नई दिल्ली
दिल्ली में विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) बड़े बैमाने पर विधायकों के टिकट काटने जा रही है। तिमारपुर से पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक दिलीप पांडेय का भी टिकट कट गया है। दिलीप पांडेय ने भले ही पार्टी में कुछ और काम करने के लिए अपनी सहमति जाहिर की है, लेकिन उनके समर्थक बगावत की आवाज बुलंद करने लगे हैं। तिमारपुर में 'आप' की पूरी विंग ने एक साथ अपने पदों से इस्तीफे का ऐलान कर दिया है। इस्तीफा देते हुए नए संभावित उम्मीदवार के लिए काम नहीं करने की घोषणा की है। एक वीडियो में एक महिला कार्यकर्ता रोती हुई भी दिख रही है।
वायरल हुए वीडियो में दिख रहा है कि तीन दर्जन से अधिक लोग एक साथ अपने हाथों में कथित तौर पर इस्तीफा लेकर खड़े हैं और वह पार्टी के फैसले से नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं। कार्यकर्ता और पदाधिकारी यह भी कह रहे हैं कि वह अपनी सदस्यता नहीं छोड़ रहे हैं, लेकिन सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं। वीडियो में वह कह रहे हैं, 'हम आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता, तिमारपुर विधानसभा, हम सारे लोग अपनी पार्टी की सदस्यता से नहीं, अपने पद से इस्तीफा देते हैं। अभी जिसे पार्टी ने टिकट दिया है, जिसके खिलाफ हम तीन चुनाव लड़ चुके हैं, हम उसे यहां से चुनाव नहीं लड़ा सकते। हम इससे सहमत नहीं। हमारे दिलीप पांडेय जी का टिकट क्यों काटा, इसकी वजह भी बताई जाए। जब तक इसका फैसला नहीं होता, हम में से कोई काम नहीं करेगा।' हालांकि, कार्यकर्ता आम आदमी पार्टी जिंदाबाद के नारे भी लगाते दिख रहे हैं।
इस्तीफा देने वाले कई पदाधिकारियों ने सोशल मीडिया पर इसे शेयर भी किया है और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल समेत अन्य बड़े नेताओं को टैग किया है। सभी ने पहले एक साथ बैठक की और इसमें पार्टी के फैसले पर दुख जाहिर किया। दिलीप पांडेय के कुछ समर्थक पदाधिकारी रोने भी लगे। तिमारपुर से पार्टी को सोशल मीडिया इंचार्ज सुंदर मल्होत्रा ने एक्स पर जो इस्तीफा शेयर किया है उसमें कहा है कि वह ऐसे व्यक्ति के लिए नहीं लड़ सकते हैं तो टिकट खरीदने के लिए कुख्यात है और जिसे तीन बार हराया जा चुका है।
शुक्रवार को एक तरफ दिलीप पांडेय ने सोशल मीडिया पर इस बात की जानकारी दी कि वह आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने जा रहे हैं तो दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी में भाजपा नेता सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू शामिल हुए। तिमारपुर से दो बार विधायक रह चुके बिट्टू के 'आप' में शामिल होने के बाद उन्हें यहां से टिकट मिलना पक्का माना जा रहा है। इसी को देखते हुए 'आप' कार्यकर्ताओं ने विरोध जाहिर किया है। दिलीप पांडेय की ओर से उनके समर्थकों की नाराजगी पर अभी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा करते हुए दिलीप पांडेय ने लिखा था, 'राजनीति में पहले संगठन निर्माण और फिर चुनाव लड़ने के दायित्व का निर्वहन करने बाद, अब समय है आम आदमी पार्टी में ही रह कर कुछ और करने का. तिमारपुर विधानसभा में चुनाव जो भी लड़े, दिल्ली के मुख्यमंत्री तो अरविंद केजरीवाल जी ही बनेंगे, और हम सभी दिल्ली वाले मिल कर यह सुनिश्चित भी करेंगे। मेरे संबंधों की पूंजी मेरे साथ रहेगी, ऐसा विश्वास है मुझे, आप में से कोई मुझे संपर्क करे, तो इसी विश्वास को और मज़बूत करे, ऐसी कामना है।'