Roads are the gateway to the development of the state, identify areas with potential for future development and plan road construction.
कार्यनिर्माण योजना बनाते हुए स्थानीय जन-प्रतिनिधि और जनता से करे चर्चा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने की मंत्रालय में लोक निर्माण विभाग की समीक्षा
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सड़कें प्रदेश के विकास का द्वार है। जिन क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण होता है, वहां आवासीय और औद्योगिक विकास होता है। अगले 10 वर्ष में विकास की गति को देखते हुए शहरों का चयन करें और भविष्य में विकास की संभावनाओं वाले क्षेत्रों की पहचान कर सड़क निर्माण की योजना बनाएं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंत्रालय में लोक निर्माण विभाग की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सड़क निर्माण कार्य उच्चतम गुणवत्ता का करें। समय पर कार्य पूरा हो इसका विशेष ध्यान रखें। निर्माण करने के लिए सड़कों और भवनों के मेंटेनेंस का भी ध्यान रखें। उन्होंने निर्देश दिए कि क्वालिटी कार्य करने वाली अच्छी एजेंसियों को कार्य दें। क्वालिटी कंट्रोल और मॉनिटरिंग के लिए राज्यस्तरीय ऑनलाइन क्वालिटी स्टेटस डैशबोर्ड बनाए। क्वालिटी लैब विकसित करने के साथ ही थर्ड पार्टी क्वालिटी ऑडिट कराएं।
50 लाख से अधिक के कार्य के लिए मानिटरिंग सेल बनाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि 50 लाख रुपए से अधिक की लागत वाले निर्माण कार्यों की मॉनिटरिंग के लिए मॉनिटरिंग सेल बनाए। इसके साथ ही दूसरे देश और राज्यों की सड़क निर्माण की बेस्ट प्रैक्टिसेज का अध्ययन करे और प्रेरणा ले। अधोसंरचना के क्षेत्र में कार्य करने वाली बड़ी संस्थाओं से भी चर्चा करें। इससे निर्माण कार्य की गुणवत्ता बढ़ेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निर्देश दिए कि एनएचआई जैसे निर्माण संस्थाओं से प्रेरणा लेकर रेवेन्यू जेनरेशन मॉडल पर कार्य करने की योजना बनाएं, जिससे निर्माण कार्य की लागत निकलने के साथ ही शासन को अतिरिक्त राजस्व की प्राप्ति होगी। इसी तरह समग्र विकास की परिकल्पना पर कार्य करते हुए सड़क निर्माण, भवन निर्माण और पुल निर्माण आदि गतिविधियों में प्राधिकरण, नगरीय निकाय, पर्यटन विभाग, संस्कृति विभाग आदि को योजना में शामिल करें। उनसे आवश्यक सुझाव ले और योजना बनाएं।
भवन निर्माण की योजना बनाते हुए जन-प्रतिनिधि और जनता से चर्चा करें
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निर्देश दिए कि सड़क और भवन निर्माण की योजना बनाते हुए स्थानीय जन-प्रतिनिधि और जनता से चर्चा करें। साथ ही भौगोलिक जानकारी रखने वाले स्थानीय कंसल्टेंट की सेवाएं ले। ऐसे प्राप्त सुझाओं पर बने निर्माण से अधिक जन-सुविधा होगी और स्थानीय संतोष बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग की बुकलेट क्वालिटी कंट्रोल मैन्युअल फॉर रोड एंड ब्रिजेस का लोकार्पण किया। केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली के सहयोग से प्रदेश की भौगोलिक स्थिति तथा जलवायु के अनुकूल सड़कों के गुणवत्तापूर्ण निर्माण के लिए यह मैन्युअल तैयार किया गया है। सड़क और पुल के निर्माण के दौरान डिजाइन, निर्माण की कार्य विधि, निरीक्षण की प्रतिबद्धता और संधारण के विषय में विस्तृत रूप से दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
कई विषयों पर दिया प्रजेंटेशन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव को विभागीय संरचना, प्रदेश में सड़कों की संख्या और स्थिति, मुख्य परियोजनाएं एवं कार्य, आगामी वर्ष में आने वाली परियोजनाएं, केंद्रीय सड़क एवं अधोसंरचना निधि, वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए लक्ष्य एवं उपलब्धियां, रेलवे ओवरब्रिज, भवन विकास निगम और सड़क विकास निगम की परियोजनाओं और एक्सप्रेस वे नेटवर्क के निर्माण सहित विभागीय योजनाओं संबंधी प्रेजेंटेशन दिया गया। बैठक में लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा, प्रमुख सचिव लोक निर्माण सुखवीर सिंह सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
सड़क निर्माण की कार्य योजना बनाते समय शहरों की सुंदरता का रखें ध्यान एमपीआरडीसी के संचालक मंडल की बैठक हुईहरिभूमि न्यूज. भोपालमुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सड़कों के निर्माण की योजना बनाते हुए शहरों की सुंदरता का ध्यान रखें। जन आकांक्षाओं के अनुरूप और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर सड़क निर्माण की योजना बनाएं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंत्रालय में एमपीआरडीसी के संचालक मंडल की बैठक ले रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि दो स्थानों के बीच दूरी और यात्रा का समय कम हो, इन मुख्य बिन्दुओं को ध्यान में रखकर नए वैकल्पिक मार्ग की तलाश करें। मुख्यमंत्री को मप्र सड़क विकास निगम लिमिटेड के संचालक मंडल निगम की ओर से किए गए कार्यों का प्रेजेंटेशन दिया। संचालक मंडल के प्रस्तावों पर चर्चा के बाद मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वीकृति के साथ आवश्यक निर्देश दिए।