Collector Saxena reveals the loot of Rs 250 crore by private schools through various means.
जबलपुर ! शहर में लंबे समय से चली आ रही निजी स्कूलों की लूट पर हंटर चलाने वाले मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के उत्साहित तथा साहसी कलेक्टर दीपक सक्सेना ने धमाकेदार एक्शन लिया है। करीब 250 करोड़ की लूट उजागर करते हुए कलेक्टर दीपक सक्सेना द्वारा 11 निजी स्कूलों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी गई है। निजी स्कूलों में की जा रही तरह-तरह की लूट को रेखांकित करते हुए स्कूल संचालक, स्कूल प्रबंधन पुस्तक प्रकाशक, पुस्तक विक्रेता आदि को प्रशासन ने कार्रवाई की जद में लिया है। पुलिस ने तड़के 5:00 बजे ही आरोपित किए गए स्कूल प्राचार्य, प्रबंधक तथा सीईओ जैसे स्तर के पदाधिकारीयों को दबोच लिया था। पुलिस ने अब तक 20 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि 60 लोगों की तलाश की जा रही है। प्रशासन का यह जाल, जिस हिसाब से कलेक्टर की निगरानी में फैलाया गया है, उससे शहर की काफी उम्मीदें जाग गई है। इस मामले में क्राइस्ट चर्च जैसे बड़े स्कूल और चिल्ड्रन बुक हाउस जैसे बड़े पुस्तक विक्रेता भी आरोपीयों में शामिल है।
इस संबंध में पत्रकारों को औपचारिक रूप से जानकारी देने के लिए कलेक्टर दीपक सक्सेना तथा पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह द्वारा पत्रकार वार्ता भी आयोजित की गई। पत्रकार वार्ता के दौरान कलेक्टर दीपक सक्सेना तथा एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि बुक सेलरों से सांठगांठ कर धनपति बनने वाले स्कूलों के खिलाफ जबलपुर प्रशासन ने कड़ी कार्यवाही की है। नियमों को ताक रख के लूट खसोट मचाने वाले 11 स्कूलों के खिलाफ अपराधिक प्रकरण किया गया है। शहर के 9 थाना क्षेत्रों के इन 11 स्कूलों के कर्ताधर्ताओं सहित पुस्तक माफिया शामिल हैं। साल 2018 से अब तक ये स्कूल 250 करोड़ रुपए वसूल चुके हैं। इनके खिलाफ अपराधिक साक्ष्य प्रमाणित हुए हैं। किताबों और फीस बढ़ा कर खुली कमीशनखोरी की है। गौरतलब है कि कलेक्टर के पास निजी स्कूलों की मनमानी और लूट संबंधी शिकायतें परंपरागत तरीके से पहुंची थी लेकिन कलेक्टर दीपक सक्सेना ने पूर्व के कलेक्टरों जैसे इन शिकायतों को हवा में उड़ाया नहीं बल्कि गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच एसपी आदित्य प्रताप सिंह को सौंपी थी। एसपी ने जांच कराई तो ये स्कूल लूट खसोट सहित धोखाधड़ी में लिप्त पाए गए।