लाल किले पर मोदी फहरायेंगे तिरंगा, छह हजार विशेष मेहमान आमंत्रित

नई दिल्ली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को राजधानी के ऐतिहासिक लाल किले से 78 वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में देश का नेतृत्व करेंगे। वह राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और प्रतिष्ठित स्मारक की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस की विषय वस्तु ‘विकसित भारत@2047’ है। यह 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में सरकार के प्रयासों को नए सिरे से बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा। राष्ट्रीय महत्व के इस उत्सव में जनभागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से इस वर्ष लाल किले पर समारोह देखने के लिए लगभग 6,000 विशेष मेहमानों को आमंत्रित किया गया है। युवाओं, आदिवासी समुदाय, किसानों, महिलाओं और अन्य विशिष्ट अतिथियों के रूप में वगीर्कृत जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के इन लोगों ने सरकारी योजनाओं की मदद से विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने लाल किले पर पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे। रक्षा सचिव दिल्ली क्षेत्र के जनरल आॅफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार का परिचय प्रधानमंत्री से कराएंगे। इसके बाद जीओसी, दिल्ली क्षेत्र मोदी को सलामी मंच तक ले जाएंगे जहां एक संयुक्त इंटर-सर्विसेज और दिल्ली पुलिस गार्ड प्रधानमंत्री को सामान्य सलामी देंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री गार्ड आॅफ आॅनर का निरीक्षण करेंगे। प्रधानमंत्री के गार्ड आॅफ आॅनर दल में सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस से एक-एक अधिकारी और 24 कर्मी शामिल होंगे। नौसेना इस वर्ष के समारोह में समन्वय की जिम्मेदारी संभाल रही है। गार्ड आॅफ आॅनर की कमान कमांडर अरुण कुमार मेहता संभालेंगे।

प्रधानमंत्री के गार्ड में सेना की टुकड़ी की कमान मेजर अर्जुन सिंह, नौसेना की टुकड़ी की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर गुलिया भावेश एनके और वायु सेना की टुकड़ी की कमान स्क्वाड्रन लीडर अक्षरा उनियाल के हाथों में होगी। दिल्ली पुलिस की टुकड़ी की कमान एडिशनल डीसीपी अनुराग द्विवेदी संभालेंगे. गार्ड आॅफ आॅनर का निरीक्षण करने के बाद प्रधान मंत्री लाल किले की प्राचीर की ओर बढ़ेंगे जहां रक्षा मंत्री, रक्षा राज्य मंत्री और रक्षा सचिव, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी उनका स्वागत करेंगे। दिल्ली क्षेत्र के जीओसी प्रधानमंत्री को राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्राचीर पर बने मंच तक ले जाएंगे।

लेफ्टिनेंट संजीत सैनी राष्ट्रीय ध्वज फहराने में प्रधानमंत्री की सहायता करेंगे। इसे 1721 फील्ड बैटरी (सेरेमोनियल) के बहादुर बंदूकधारियों द्वारा 21 तोपों की सलामी के साथ समन्वित किया जाएगा। स्वदेशी 105 मिमी लाइट फील्ड गन का उपयोग करने वाली औपचारिक बैटरी की कमान मेजर सबनीस कौशिक के हाथ में होगी और गन पोजिशन आॅफिसर नायब सूबेदार (एआईजी) अनुतोष सरकार होंगे। राष्ट्रीय ध्वज गार्ड में सेना, नौसेना और वायु सेना के एक-एक अधिकारी, 32 अन्य रैंक के अधिकारी और दिल्ली पुलिस के 128 कर्मी शामिल हैं। यह गार्ड प्रधान मंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाने के समय राष्ट्रीय सलामी पेश करेंगे। इस इंटर-सर्विसेज गार्ड और पुलिस गार्ड की कमान कमांडर विनय दुबे संभालेंगे।

राष्ट्रीय ध्वज गार्ड में सेना की टुकड़ी की कमान मेजर दिनेश नगांगोम, नौसेना की टुकड़ी की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर सचिन धनखड़ और वायु सेना की टुकड़ी की कमान स्क्वाड्रन लीडर सीएस श्रवण देवैया के हाथों में होगी। दिल्ली पुलिस की टुकड़ी की कमान एडिशनल डीसीपी अचिन गर्ग संभालेंगे। तिरंगे को फहराए जाने के बाद ह्यराष्ट्रीय सलामीह्ण दी जाएगी। पंजाब रेजिमेंट मिलिट्री बैंड, जिसमें एक जेसीओ और 25 अन्य रैंक शामिल होंगे, राष्ट्रीय ध्वज फहराने और ‘राष्ट्रीय सलामी’ के दौरान राष्ट्रगान बजाएंगे। बैंड का संचालन सूबेदार मेजर राजिंदर सिंह करेंगे। जैसे ही प्रधान मंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा, लाइन एस्टर्न फॉर्मेशन में भारतीय वायु सेना के दो उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर ध्रुव द्वारा कार्यक्रम स्थल पर फूलों की पंखुड़ियों की वर्षा की जाएगी। हेलीकॉप्टरों के कप्तान विंग कमांडर अंबर अग्रवाल और विंग कमांडर राहुल नैनवाल होंगे।

पुष्पवर्षा के बाद प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करेंगे। उनके भाषण के समापन पर राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेट राष्ट्रगान गाएंगे। देश भर के विभिन्न स्कूलों से कुल 2,000 लड़के और लड़की कैडेट (सेना, नौसेना और वायु सेना) समारोह में भाग लेंगे। इन कैडेटों को प्राचीर के सामने ज्ञानपथ पर बैठाया जाएगा। वे अनुकूलित तिरंगे किटों के साथ ह्यमेरा भारतह्ण लोगो बनाएंगे। कुल 500 राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) स्वयंसेवक भी भाग लेंगे।

समारोह में विशेष रूप से आमंत्रित लोगों में अटल नवाचार मिशन और राइजिंग इंडिया के लिए प्रधान मंत्री स्कूल (पीएम एसएचआरआई) योजना से लाभान्वित छात्र, ह्यमेरी माटी मेरा देशह्ण के तहत मेरा युवा भारत (एमवाई भारत) और राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक भी इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। अतिथियों में जनजातीय कारीगर, वन धन विकास सदस्य और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति वित्त एवं विकास निगम द्वारा वित्त पोषित जनजातीय उद्यमी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लाभार्थी और किसान उत्पादक संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल हैं।

मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा), सहायक नर्स मिडवाइफ (एएनएम), आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, निर्वाचित महिला प्रतिनिधि, संकल्प के लाभार्थी, महिला सशक्तिकरण केंद्र, लखपति दीदी, ड्रोन दीदी पहल, सखी केंद्र योजना, बाल कल्याण समिति और जिला बाल संरक्षण इकाइयों के कार्यकर्ता भी समारोह के गवाह बनेंगे। हाल ही में संपन्न पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाले भारतीय दल को भी समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के प्रत्येक ब्लॉक से एक अतिथि, सीमा सड़क संगठन के कार्यकर्ता, प्रेरणा स्कूल कार्यक्रम के छात्र, और ग्राम पंचायतों के सरपंच भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके अलावा पारंपरिक पोशाक पहने विभिन्न राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 2,000 लोगों को भी इस भव्य समारोह को देखने के लिए आमंत्रित किया गया है। माई गोव और आकाशवाणी के सहयोग से रक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित विभिन्न आॅनलाइन प्रतियोगिताओं के तीन हजार विजेता भी समारोह का हिस्सा होंगे।

 

 

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