सिरसा
जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सिरसा का रहने वाले जीवन सिंह शहीद हो गए। जीवन सिंह के शहीद होने की सूचना उनके परिवार को आज 25 अक्टूबर शुक्रवार को दे दी गई।
जीवन सिंह का पार्थिव शरीर सिरसा के गांव रोहण लाया गया। आज शाम राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। जीवन सिंह के शहीद होने की सूचना के बाद से उनके परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।
परिजन का कहना है कि जीवन सिंह साल 2016 राजपूताना राइफल में भर्ती हुआ था। जीवन सिंह की शादी 4 साल पहले कोमल से हुई थी, उनकी दो बेटियां थीं। जीवन सिंह जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में तैनात थे।
वीरवार 24 अक्टूबर की रात को उन्हें सूचना मिली कि इलाके में आतंकवादी है, जिसके बाद जीवन सिंह ने निडर होकर आतंकवादियों का सामना किया। बेटे के शहीद होने पर उनके पिता सुखदेव सिंह का कहना है कि "मुझे गर्व है कि मेरा जीवन सिंह भारत माता की रक्षा करते हुए शहीद हुआ"।
मुठभेड़ में जीवन सिंह को कई गोलियां लगी, लेकिन जीवन सिंह आखिरी तक लड़ता रहा। घायल जीवन सिंह को सेना के अस्पताल में भर्ती किया गया,जहां पर इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आज सुबह 5 बजे शुक्रवार को सेना के अधिकारी ने शहीद होने की सूचना जीवन सिंह के घरवालों को दी।