नई दिल्ली
दिल्ली एनसीआर में मौसम की आंखमिचौली देखी जा रही है। नोएडा में कुछ जगहों पर छिटपुट बूंदाबांदी देखी गई है। मौसम विभाग ने 8 दिसंबर को दिल्ली के साथ ही एनसीआर के इलाकों में बूंदाबांदी का अनुमान जारी किया था। दिल्ली एनसीआर के आसमान में हल्के बादलों की छिटपुट मौजूदगी देखी जा रही है। मौसम विभाग की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ के कारण अगले दो दिनों के दौरान पंजाब, हरियाणा के साथ ही दिल्ली-एनसीआर के इलाकों में भी हल्की से लेकर छिटपुट बारिश हो सकती है।
अपने नवीनतम पूर्वानुमान में IMD ने 9 दिसंबर से उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में शीत लहर की भी चेतावनी जारी की है। दिल्ली-एनसीआर में मौसम के बारे में IMD के वैज्ञानिक नरेश कुमार ने कहा कि 9 दिसंबर के बाद दिल्ली-एनसीआर में तापमान में कमी आएगी। इस हफ्ते दिल्ली में न्यूनतम तापमान के 6 डिग्री सेल्सियस पहुंचने का अनुमान है। वहीं अधिकतम तापमान के 24 से 25 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक नरेश कुमार ने कहा कि 8 और 9 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा और दिल्ली एनसीआर में तापमान बढ़ सकता है। 9 दिसंबर के बाद तापमान में कमी आएगी और शीत लहर की स्थिति देखी जा सकती है। सबसे पहले राजस्थान और उसके बाद पंजाब और हरियाणा में शीत लहर देखी जाएगी। 9 से 14 दिसंबर तक पश्चिमी राजस्थान में जबकि पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 11 दिसंबर से शीत लहर की स्थिति रहेगी।
दिल्ली में रविवार को सुबह न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सीजन के औसत से दो डिग्री कम है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, सुबह 9 बजे दिल्ली का एक्यूआई 276 के साथ 'खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया। हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर में रविवार रात को पश्चिमी विक्षोभ अपना असर दिखा सकता है। इसके प्रभाव से कुछ इलाकों में रविवार और सोमवार को हल्की बारिश या बूंदाबांदी होने की संभावना है।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली एनसीआर में पश्चिमी विक्षोभ का असर रविवार देर शाम या रात के समय देखने को मिल सकता है। इसमें कुछ बूंदाबांदी हो सकती है। इस पश्चिमी विक्षोभ के कारण हिमालय में भी ताजा बर्फबारी हो सकती है। मंगलवार से हमें उम्मीद है कि ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएं फिर से चलने लगेंगी। इससे मैदानी इलाकों में तापमान में गिरावट आएगी और ठंड बढ़ेगी।
वहीं दिल्ली में एक्यूआई भी 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गया है। यह शाम 4 बजे 302 दर्ज किया गया। स्काईमेट वेदर के मौसम विज्ञानी महेश पलावत ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण हवा धीमी हो गई है। इसकी वजह से प्रदूषण के कणों का बिखराव कम हुआ है। आने वाले दिनों में भी इसका असर देखने को मिल सकता है। वहीं दिल्ली के लिए केंद्र की प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली (ईडब्ल्यूएस) के अनुसार, सोमवार को भी AQI खराब श्रेणी में रहेगा। इसके मंगलवार तक बहुत खराब श्रेणी में पहुंचने का अनुमान है। आगे भी हालात कमोबेश ऐसे ही नजर आ सकते हैं।