तकनीकी शिक्षा मंत्री परमार ने अधिकतम संभव विस्तार अवधि के लिए प्रयास किए जाने के दिए थे निर्देश

भोपाल

उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री इन्दर सिंह परमार ने इंदौर स्थित गोविंदराम सेकसरिया प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान (एसजीएसआईटीएस) को, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा दस वर्षों के लिए स्वायत्तता का दर्जा मिलने पर हर्ष व्यक्त किया है। मंत्री परमार ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के यशस्वी नेतृत्व में, प्रदेश "विकसित एवं समृद्ध मध्यप्रदेश" संकल्पना की सिद्धि की ओर सतत् आगे बढ़ रहा है। राज्य सरकार, शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश को अग्रणी एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। परमार ने कहा कि राज्य सरकार, विद्यार्थियों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के परिप्रेक्ष्य में, गुणवत्तापूर्ण एवं रोजगारपरक तकनीकी शिक्षा प्रदान करने की दिशा में अग्रसर है। हम तकनीकी शिक्षा को समृद्ध बनाने की दिशा में सतत् क्रियाशील हैं। तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में सतत् नवीन आयाम स्थापित हो रहे हैं, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा एसजीएसआईटीएस को दस वर्षों के लिए स्वायत्तता का दर्जा मिलना, इसका उदाहरण है।

ज्ञातव्य है कि प्रदेश के इंदौर स्थित गोविंदराम सेकसरिया प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान (एसजीएसआईटीएस) ने पुनः विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से स्वायत्तता का दर्जा प्राप्त किया है। यूजीसी ने एसजीएसआईटीएस को शैक्षणिक वर्ष 2025-2026 से 2034-2035 तक 10 वर्ष की अवधि के लिए स्वायत्त दर्जा दिया है। एसजीएसआईटीएस, प्रदेश के सबसे पुराने और प्रमुख तकनीकी शिक्षण संस्थानों में से एक तकनीकी शिक्षण संस्थान है। एसजीएसआईटीएस को वर्ष 1989 में जब पहली बार स्वायत्तता का दर्जा दिया गया था, तब एसजीएसआईटीएस संस्थान, स्वायत्तता प्राप्त करने वाला प्रदेश का पहला और एकमात्र तकनीकी शिक्षण संस्थान था। इसके बाद से हर पांच साल में स्वायत्तता की समीक्षा की जाकर, स्वायत्त स्थिति में लगातार वृद्धि होती रही है। एसजीएसआईटीएस संस्थान, विगत 35 वर्षों से सतत् स्वायत्तता के साथ क्रियाशील है। यह संस्थान राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल के साथ देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर से भी संबद्धता प्राप्त है। गोविंदराम सेकसरिया प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान (एसजीएसआईटीएस), राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) द्वारा "A" ग्रेड से भी प्रत्ययित, तकनीकी शिक्षण संस्थान है।

तकनीकी शिक्षा मंत्री एवं एसजीएसआईटीएस संस्थान के शासी निकाय के अध्यक्ष परमार ने संस्थान की स्वायत्तता के लिए, अधिकतम संभव विस्तार अवधि के लिए हरसंभव प्रयास किए जाने के निर्देश दिए थे। मंत्री परमार के मार्गदर्शन में, एसजीएसआईटीएस संस्थान की स्वायत्तता समिति ने 10 साल के लिए संस्थान की स्वायत्तता विस्तार की स्वीकृति के लिए यूजीसी को आवेदन प्रस्तुत किया था। इस बार विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने जनवरी 2025 में हुई अपनी बैठक में, एसजीएसआईटीएस संस्थान इंदौर को 10 वर्ष के लिए यानि 30 जून 2035 तक स्वायत्तता देने का निर्णय लिया है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) स्वायत्तता के दर्जे का उपयोग करते हुए एसजीएसआईटीएस संस्थान, अपने पाठ्यक्रम, परीक्षा, परिणाम, कार्ययोजना आदि स्वयं बनाता है। एसजीएसआईटीएस संस्थान, बहुविषयक शिक्षा एवं अनुसंधान विश्वविद्यालय के दर्जे के लिए भी अपनी उम्मीदवारी प्रस्तुत कर रहा है।

 

admin

Related Posts

जान है कीमती, हेलमेट जरूर लगाएं : मुख्यमंत्री साय

रायपुर सुशासन तिहार के दौरान शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन के औचक निरीक्षण हेतु बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के बलदाकछार पहुँचे मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने गाँव के दो युवाओं को अपने…

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सीएमओ में बुलाई आपात बैठक, मंत्रियों के साथ मौजूदा हालात पर गहन मंथन

जयपुर मौजूदा प्रशासनिक और सामाजिक परिदृश्य को देखते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) में महत्वपूर्ण बैठक बुलाई। बैठक में डिप्टी सीएम दिया कुमारी और प्रेमचंद…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

धर्म

10 मई 2025 शनिवार, सूर्य की तरह चमकेगा इन राशियों का भाग्य

10 मई 2025 शनिवार, सूर्य की तरह चमकेगा इन राशियों का भाग्य

शुक्रवार 09 मई 2025: बदल जाएगी इन राशियों की किस्मत, मिलेगी बड़ी सफलता

शुक्रवार 09 मई 2025: बदल जाएगी इन राशियों की किस्मत, मिलेगी बड़ी सफलता

बुद्ध पूर्णिमा के पर पीपल के पेड़ की करें पूजा

बुद्ध पूर्णिमा के पर पीपल के पेड़ की करें पूजा

आज गुरुवार 08 मई 2025 का पढ़ें दैनिक राशिफल

आज गुरुवार 08 मई 2025 का पढ़ें दैनिक राशिफल