ग्वालियर। कांग्रेस पार्टी द्वारा क्षेत्रीय घटक दलों को साथ लेकर बनाये गए I.N.D.I.A गठबंधन का असली चेहरा सनातन धर्म एवं संस्कृति के प्रमुख विरोधी के रूप में खुलकर उजागर हो रहा है। ऐसा लगता है जैसे देश मे विपक्षी राजनीतिक दलों के द्वारा सनातन धर्म को लेकर खुद को सबसे बड़ा सनातन संस्कृति का विरोधी दिखाने की एक होड़ सी लगी हुई है।
कांग्रेस एवं सहयोगी विपक्षी दलों द्वारा लगातार सनातन धर्म एवं संस्कृति को लेकर जिस तरह की अमर्यादित, अनर्गल एवं धर्म विरोधी और अपमानजनक भाषा का उपयोग करते हुए सनातन धर्म का अपमान किया जा रहा है। वह इस I.N.D.I.A गठबंधन को ही पतन की ओर ले जाता दिखाई दे रहा है। जहाँ एक ओर कांग्रेस विपक्षी दलों को साथ लेकर बनाए गए I.N.D.I.A गठबंधन के भरोसे भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए हुंकार भर रही है। वहीं गठबंधन के द्वारा लगातार सनातन धर्म पर तीखे प्रहार कर समस्त सनातनियों को अपमानित कर रही है। अभी हाल ही में कर्नाटक के मुख्यमंत्री स्टॉलिन के बेटे एवं कर्नाटक सरकार में खेल मंत्री उदय निधी स्टॉलिन ने जिस तरह सनातन धर्म की तुलना कॉरोना वायरस और डेंगू मलेरिया जैसी बीमारियों से करते हुए सनातन धर्म को समाप्त करने की बात कही गई है। वह बहुत ही गंभीर एवं चिंताजनक है। इसके भी दो कदम आगे आकर कर्नाटक सरकार के ही एक ओर मंत्री जी परमेश्वर द्वारा सनातन हिन्दू धर्म का अपमान करते हुए यहां तक कह दिया कि जैन और बौद्ध धर्म का उदय भारत में हुआ है और ईसाई और इस्लाम धर्म बाहर से भारत में आये हैं लेकिन हिन्दू धर्म का कहीं कोई इतिहास नहीं मिलता है।
जबकि इसके पूर्व गठबंधन के प्रमुख घटक दल समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी कभी सनातनियों के प्रमुख धार्मिक ग्रंथ श्री राम चरित मानस का खुले आम अपमान किया तो कभी अयोध्या में राम मंदिर, काशी के विश्वनाथ मंदिर, उत्तराखंड के प्रमुख केदारनाथ सहित तमाम हिंदु मंदिरों को बौद्धमठ तोड़कर बनाया जाना बताकर एक नया विवाद खड़ा करते हुए देश की शांति और धार्मिक सदभावना को तोड़ने का प्रयास किया।
इतना ही नहीं खुद कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी द्वारा कई वार हिन्दू धर्म को लेकर विवादित बयान दिए गए हैं। अपने आप को जनेऊधारी ब्राह्ममण बताने वाले राहुल गांधी तो यहाँ तक कह चुके हैं कि हिन्दू मंदिरों में लोग लड़कियां छेड़ने जाते हैं। इस तरह के एक नहीं कई बयान हैं। जिनमें कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे सहित कई नेताओं द्वारा हिन्दू धर्म के ऊपर कुठाराघात किया गया है।
यहाँ गौरतलब है कि कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी राजनीतिक दलों के बड़े-बड़े नेताओं को सिद्ध सनातन हिंदु धर्म और भारत देश के करोड़ों सनातन धर्मावलंबियों को अपमानित करने से पहले यह भी सोचना चाहिए कि जिस तरह लगातार सनातन धर्म एवं संस्कृति का अपमान किया जा रहा है। इस अपमान से आक्रोशित होकर यदि सनातनियों ने एकजुटता दिखाई तो भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल करने का सपना देख रहे कांग्रेसनीत I.N.D.I.A गठबंधन के दिग्गज नेताओं को अपनी-अपनी सीटों को बचाने के लाले न पड़ जाएं और भाजपा विहीन भारत का स्वपन कहीं कांग्रेस सहित विपक्ष विहीन भारत में तब्दील न हो जाए।