भोपाल। प्रदेश के 6 से 14 वर्ष के स्कूल छोड़ने वाले और अप्रवेशी करीब 18331 बच्चों को वापस शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा और स्कूल लाया जाएगा। इसमें 10,178 लड़के और 8153 लड़कियां हैं। इसको लेकर स्कूल शिक्षा विभाग ने कवायत तेज कर दी है। हालांकि कुछ जिलों की जानकारी आना शेष है, ऐसे में बच्चों की यह संख्या बढ़ सकती है। इस सूची में फिलहार भोपाल जिले से कोई नाम नहीं है।
दरअसल, राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा प्रदेशभर के कलेक्टर्स को इस संबंध में आदेश जारी किए गए हैं। जारी आदेश में कहा गया है कि समग्र शिक्षा अभियान के तहत स्कूल से बाहर बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा में लाना जरूरी है। साथ ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भी इसे प्राथमिकता के रूप् में समावेश किया गया है। 6 से 14 वर्ष आयु के स्कूल से बाहर के बच्चों को विशेष प्रशिक्षण केंद्र के माध्यम से लर्निंग गेप को दूर करते हुए शिक्षा की मुख्य धारा में लाने के लिए वार्षिक कार्ययोजना 2023-24 में भी प्रावधान किया गया है।
माॅानिटरिंग के लिए प्रबंधन पोर्टल:
सरकार द्वारा चिन्हित बच्चों के प्रभावी माॅानिटरिंग के लिए प्रबंधन पोर्टल बनाया गया है। विकास खंड स्रोत समन्वयक द्वारा स्कूल से बाहर बच्चों को पंजीयन की कार्यवाही प्रबंध पोर्टल पर की जाएगी। सत्र 2023-24 में प्रबंध पोर्टल पर की गई प्रविष्टि के अनुसार जिलेवार चिन्हित स्कूलों से बाहर बच्चों की संख्या की सूची भी तैयार की गई है। यह कार्य 15 सितंबर तक पूरा करने के निर्देश जिलों को दिए गए हैं।