पूर्व में नगर निगम अध्यक्ष द्वारा पत्र दिए जाने के बाद अब नगर निगम नेता प्रतिपक्ष ने उक्त सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करने और आगामी परिषद की बैठक में चर्चा कराने को लेकर नियम 17 मध्यप्रदेश नगर पालिका (कामकाज के संचालन की प्रक्रिया) नियम 2005 के अन्तर्गत नगर निगम अध्यक्ष को पत्र लिखा है
नेता प्रतिपक्ष रागिनी मनोज गुप्ता ने बताया कि इन दिनों नगर निगम में भ्रष्टाचार हावी है
पूर्व में महापौर द्वारा भी सड़क और नाली निर्माण में भ्रष्टाचार को लेकर पत्र लिखा जा चुका है और एल ई डी लाइट में भ्रष्टाचार की बात भी सामने आ चुकी है
इन दिनों नगर निगम में कमीशनबाजी के खेल के चलते नगर निगम भ्रष्टाचारियों का अड्डा बन गया है
स्ट्रीट लाइट के लिए किए गए टेंडर में भी ठेकेदार द्वारा घटिया लाइट प्रदान की गई है जो कि वार्डो में लगते ही बंद होने की शिकायते आने लगी है और निविदा में अधिरोपित शर्तों के बाद भी ठेकेदार द्वारा एल ई डी लाइट बदलकर नहीं दी जा रही है और शहर में अंधकार मचा हुआ है
सड़क और नाली के निर्माण में 25 प्रतिशत से भी कम राशि में ठेकेदारों द्वारा टेंडर लिया जा रहा है और वार्डो में गुणवत्ता विहीन काम करके और कार्यों की नाप जोख में भ्रष्टाचार कर जनता की टैक्स की गाढ़ी कमाई में चूना लगाया जा रहा है
इसी प्रकार नगर निगम द्वारा कचरा संग्रहण करने वाली एम एस डब्ल्यू कम्पनी को भी भ्रष्टाचार में सहयोग किया जा रहा है
नियम विपरीत उक्त कम्पनी को जनता से स्वच्छता शुल्क वसूलकर दिया जा रहा है और अब वाहन भी खरीदकर दिए जा रहे है जबकि वाहन खरीदी करने और बदलने का उत्तरदयित्व एम एस डब्ल्यू कम्पनी का है
वाहन खरीदी में हुए भ्रष्टचार की जांच करने और दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए नेता प्रतिपक्ष द्वारा पत्र लिखा गया है और मांग करते हुए कहा है कि यदि महापौर द्वारा उक्त पत्र को ग्राहय कर निगम परिषद में जानकारी प्रदान नहीं की गई और चर्चा नहीं कराई जाती है तो इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पार्षद दल जनता की अदालत में जाकर दोषियों को जनता के सामने लाने का काम करेगी