Priyadarshini Raje and Maharyaman performed the holy remembrance of the queen mother.
विजयाराजे सिंधिया की 104वीं जयंती पर अम्मा महाराज की छत्री में श्रद्धासुमन अर्पित करने पहुंचे सैकड़ों नेता।
प्रियदर्शनी राजे और महाआर्यमन ने किया राजमाता का पुण्य स्मरण”
संतोष सिंह तोमर
ग्वालियर। जनसेवा के लिए राजपथ से लोकपथ का मार्ग चुनने वाली राजमाता विजयाराजे सिंधिया की 104वीं जयंती गुरुवार को मनाई गई।
राजमाता विजयाराजे सिंधिया की जयंती के अवसर पर सिंधिया परिवार की ओर से प्रियदर्शनी राजे और महाआर्यमन सिंधिया ने कटोराताल थीम रोड स्थित छत्री परिसर में पहुंचकर करुणा की मूर्ति राजमाता विजयराजे सिंधिया की प्रतिमा पर पुष्पांजलि के साथ श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनका पुण्य स्मरण किया।
वहीं मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियों के चलते भागदौड़ में व्यस्त केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिन की शुरुआत अपनी दादी राजमाता विजयाराजे सिंधिया को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए की। श्री सिंधिया ने अपने बचपन की एक फोटो ‘जिसमें उनकी दादी विजयाराजे सिंधिया उन्हें अपनी गोद में लिए हुए हैं।’ सोशल मीडिया X (एक्स) पर शेयर करते हुए लिखा “अपने सीधे-सरल स्वभाव और लोकसेवा के प्रति समर्पण के कारण मेरी आजीअम्मा आज भी मध्य प्रदेश और देश के कण-कण और जन-जन के दिलों में बसती हैं। राष्ट्र सेवा को अपनी प्राथमिकता मानने वाली राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी भारतीय जनसंघ एवं भाजपा की आधार स्तंभ थी, जिन्होंने भारतीय राजनीति को एक नई पहचान देने का कार्य किया। वह आज भी हर घड़ी प्रकाशपुंज की भांति मेरा मार्गदर्शन करती हैं। उनकी जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। उनका आशीर्वाद सदैव मेरे मध्य प्रदेश पर बना रहे, यही प्रार्थना है।”
छत्री परिसर में सुबह से आदरांजलि अर्पित करने वालों की भीड़ जुटना शुरू हो गई। दोपहर तक ग्वालियर-चंबल अंचल के अनेक नेताओं व पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उनके आदर्शां को जीवन में अपनाकर राजमाता के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।