pic. IAS rishav Gupta and IPS SAMPAT UPADHYAY
पंडित प्रदीप मोदी (साहित्यकार/स्वतंत्र पत्रकार)
यह देवास का सौभाग्य है कि इस समय यहां कलेक्टर के रूप में ऋषव गुप्ता एवं एसपी के रूप में सम्पत उपाध्याय जैसे अधिकारी पदस्थ है, जो सज्जन है,सरल है, संवेदनशील है और नियमों के अनुसार चलने वाले हैं। ये अधिकारी सत्ता का जायज दबाव तो झेल जाएंगे, लेकिन नाजायज दबाव झेलना, इनके बस की बात नहीं, क्योंकि ये नियमानुसार चलनेवाले है, नियमों को जानने वाले हैं, इनकी निष्ठा अपने कर्तव्य के प्रति है,पद के प्रति है,किसी नेता विशेष के प्रति नहीं, इसलिए कहा जा सकता है देवास जिले में निष्पक्ष और निर्विघ्न चुनाव संपन्न होना ही है। इन दोनों अधिकारियों के होते हुए चुनाव में कोई विघ्न आए, चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो, ऐसा संभव ही नहीं और यह विश्वास जनता के मन में इनकी ईमानदार प्रशासनिक कर्तव्यनिष्ठता को देखकर उपजा है। देवास में सत्तारूढ़ पार्टी के नेता प्रशासनिक मशीनरी का अपने निजी स्वार्थ हेतु उपयोग करने के लिए बदनाम रहे हैं और यह पूर्व कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला एवं एसपी शिवदयाल सिंह के कार्यकाल में देवास की जनता ने बहुत ज्यादा देखा है। इन दोनों पूर्व अधिकारियों को देवास की जनता ने कलेक्टर एसपी के रूप में कम और सत्तारूढ़ पार्टी के विधायकों के निजी सचिव के रूप में ज्यादा देखा था, ये देवास के लिए प्रशासनिक अंधेरा साबित हुए थे, इन्होंने जनता के लिए नहीं, अपितु चुनिंदा नेताओं के लिए प्रशासन को चलाया था। दोनों पूर्व अधिकारियों के जाने के बाद देवास ने कलेक्टर के रूप में ऋषव गुप्ता को और एसपी के रूप में सम्पत उपाध्याय को पाया है। मुझे चाटुकारिता करना नहीं आता, सच को सच कह देना बेहतर जानता हूं, जनता की भावनाओं को ज्यों का त्यों अभिव्यक्त कर देना बेहतर जानता हूं,उसी के तहत लिख रहा हूं कि देवास की जनता ने कलेक्टर ऋषव गुप्ता को और एसपी सम्पत उपाध्याय को प्रशासनिक काली रात के बाद निकले प्रकाशवान दिन के रूप में देखा है। प्रशासनिक अहंकार से परे कलेक्टर एसपी ने अपने व्यवहार से जनता को आकर्षित किया है, इनके पास आम आदमी सहजता से जा सकता है, अपनी बात कह सकता है। चंद्रमौली शुक्ला के समय कलेक्टर कार्यालय में छुटभैय्ए नेता और चापलूस किस्म के लोगों का आना-जाना लगा रहता था, जो ऋषव गुप्ता के कार्यकाल में कम देखने को मिला है,इसी तरह पूर्व एसपी शिवदयाल सिंह डीएसपी पर अवलंबित होकर रह गए थे, लेकिन देवास की जनता ने एसपी सम्पत उपाध्याय को स्वविवेक से काम करते देखा है। आम जनता के बीच दोनों अधिकारियों ने विश्वास कमाया है और उसी विश्वास के आधार पर जनता के बीच कहा जा रहा है कि कलेक्टर ऋषव गुप्ता तथा एसपी सम्पत उपाध्याय है तो चुनाव निर्विघ्न, निष्पक्ष होना ही है।