Bahoriband project faced an extended investigation over the negligence of the project officer, who did not provide a concrete response for a long time.
बहोरीबंद/ कटनी। महिला एवं बाल विकास परियोजना पर्यवेक्षक के विरूद्ध की विभागीय जांच के आदेश जारी किए है।
कलेक्टर अवि प्रसाद ने आकस्मिक अवकाश एवं चिकित्सा अवकाश के आधार पर लंबे समय से अनुपस्थित महिला एवं बाल विकास परियोजना बहोरीबंद की पर्यवेक्षक स्वर्णिल भलावी का लापरवाही एवं स्वेच्छापूर्ण आचरण मानते हुए विभागीय जांच संस्थित करने के आदेश जारी किये हैं।
आकस्मिक अवकाश एवं चिकित्सा अवकाश के आधार पर कार्य से अनुपस्थित
कलेक्टर द्वारा इस संबंध में जारी किये गये आदेश में सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास वनश्री कुर्वेती को जांचकर्ता अधिकारी और बहोरीबंद के परियोजना अधिकारी सतीश पटेल को प्रस्तुतकर्ता अधिकारी नियुक्त किया गया है। पर्यवेक्षक स्वर्णिल भलावी 15 फरवरी 2022 से आकस्मिक अवकाश एवं चिकित्सा अवकाश के आधार पर कार्य से अनुपस्थित हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने 21 फरवरी को पत्र जारी कर जिला मेडिकल बोर्ड के समक्ष उपस्थित होकर प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिये थे, किंतु श्रीमती भलावी न तो मेडिकल बोर्ड के समक्ष उपस्थित हुई और न ही मेडिकल बोर्ड का प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया।
पर्यवेक्षक स्वर्णिल भलावी विधानसभा निर्वाचन में पीठासीन अधिकारी के रूप में नियुक्त थीं
स्वर्णिल भलावी ने निजी हॉस्पिटल के लैटर पैड पर निजी चिकित्सक द्वारा जारी प्रमाणपत्र 27 फरवरी को कार्यालय जिला कार्यक्रम अधिकारी को आवेदन पत्र डाक से भेजा था, जिसमें डॉक्टर द्वारा 15 दिन के आराम की सलाह दी गई थी। किंतु अवधि बीत जाने के बाद भी न तो कोई अवकाश अवधि बढाने का आवेदन दिया गया और न ही वे कार्य पर उपस्थित हुई पर्यवेक्षक स्वर्णिल भलावी विधानसभा निर्वाचन में पीठासीन अधिकारी के रूप में नियुक्त थीं और प्रशिक्षण दिनांक 17 अक्टूबर को अनुपस्थित रहीं हैं। इसके लिए उनसे जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया था, जिसका अभी तक जवाब भलावी द्वारा नहीं दिया गया है। भलावी का लापरवाह एवं स्वेच्छाचारितापूर्ण आचरण मध्यप्रदेश सिविल सेवा नियमों के प्रतिकूल मानते हुये इनके विरूद्ध विभागीय जांच संस्थित की गई हैं।