Death of three devotees of Madhya Pradesh stuck in traffic jam in Gangotri, CM expressed grief, announced assistance amount
प्रदेश सरकार ने चारधाम यात्रा में फंसे श्रद्धालुओं के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा कि यात्रा में फंसे प्रदेश के श्रद्धालुओं के लिए हेल्प लाइन नंबर 011-26772005, 0755-2708055 एवं 0755-2708059 पर संपर्क कर सकते हैं।
मध्य प्रदेश से चारधाम यात्रा पर गए तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मृतकों के आश्रितों को 4-4 लाख सहायता राशि की घोषणा की है। वहीं, उत्तराखंड में फंसे प्रदेश के श्रद्धालुओं के लिए सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। उत्तराखंड में मृत तीनों श्रद्धालु अलग-अलग शहर इंदौर, सागर और नीमच के रहने वाले थे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इन श्रद्धालुओं की मौत पर दु:ख जताया है। साथ ही मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता राशि देने की घोषणा की है। हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा कि चार धाम यात्रा पर गए मध्य प्रदेश के तीन श्रद्धालुओं के जाम में फंसने से हुए असामयिक निधन का समाचार अत्यंत दुखद एवं पीड़ादायक है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं की शांति एवं परिजनों को यह गहन दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।
इन यात्रियों की हुई मौत
सागर के रहने वाले 71 वर्षीय राम गोपाल, नीमच की 62 वर्षीय संपत्ति बाई और इंदौर के 39 वर्षीय रामप्रसाद की मौत हुई है। राम गोपाल और संपत्ति बाई की मौत 10 मई और रामप्रसाद की मौत 14 मई को हुई। अधिकारियों ने अनुसार तीनों की मौत यमुनौत्री धाम की यात्रा के दौरान हुई है। मृत्यु का कारण हार्ट अटैक बताया गया है।
इन नंबरों पर कर सकते हैं संपर्क
प्रदेश सरकार ने चारधाम यात्रा में फंसे श्रद्धालुओं के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए है। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा कि यात्रा में फंसे प्रदेश के श्रद्धालुओं के लिए हेल्प लाइन नंबर 011-26772005, 0755-2708055 एवं 0755-2708059 जारी किया गया है। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर सहायता के लिए इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
भीड़ बढ़ने से सरकारी इंतजाम फेल
उत्तराखंड में यमुनोत्री धाम की यात्रा अक्षय तृतीया से शुरू हो गई है। यमुनोत्री धाम की कठिन पैदल यात्रा के दौरान कई बार ऑक्सीजन की कमी और ठंड के कारण तीर्थ यात्रियों की तबीयत बिगड़ जाती है। ऐसे में श्रद्धालुओं को पहाड़ी यात्रा को रुक रुक कर पूरा करने की सलाह दी जाती है। वहीं, इसके अलावा सैकड़ों यात्री गंगोत्री-यमुनोत्री धामों पर बिना रजिस्ट्रेशन के पहुंचने के कारण फंस गए हैं। इसके चलते सरकार की व्यवस्था चरमरा गई है। लोग जाम में फंसने के कारण भी परेशान हो रहे हैं।