Karim Prem of Kent MLA Ashok Rohani
आज रांझी थाना में विधायक अशोक रोहाणी ने धरना दिया , जनता को जानकारी दी गई की एक अनुसूचित जनजाति के युवक जो कि विधायक जी के करीबी हैं और रांझी भाजपा मंडल के पद अधिकारी हैं , को पुलिस कर्मियों ने वेरिफिकेशन के लिए जाने पर बहस होने के कारण मारा पीटा ।
प्रथम दृष्टया मामला गड़बड़ दिखता है । जिस पर विधायक जी ने चंद एक भाजपा नेताओं के साथ मिलकर धरना प्रदर्शन किया और पुलिस कप्तान जबलपुर को दबाव डालकर लाइन हाजिर करवा दिया।
मुझे जानकारी प्राप्त होने पर जब पीड़ित की कुशल क्षेम जानने के लिए शाम को युवा क्रांति की टीम थाने पहुंची तो
मामला बिलकुल फर्जी बना हुआ स्पष्ट प्रतीत होता है ।
भाजपा पद अधिकारी एक यूसुफ नामक व्यक्ति को लेकर वेरिफिकेशन के लिए जाते हैं और जांच अधिकारी जांच में पाता है की वेरिफाई करके दोबारा जारी करने लाया गया दस्तावेज (जो की में यह पोस्ट कर रहा हूं ) फर्जी है तो अधिकारी दस्तावेज जब्त कर के आवेदक को रुकने बोलता है , फर्जी आवेदक भागकर भाजपा नेता को लेकर अंदर आता है ।जो की स्टाफ से हाथा पाई कर के यह दस्तावेज छीनने के लिए झपटता है , परंतु सफल नहीं होता है ।तब गुस्से में बाहर जाकर थाना परिसर में हाथापाई होने से चोटिल होता है ।
जिसके साथ फर्जी दस्तावेज आवेदक यूसुफ के समर्थन में केंट विधायक जी ने थाना परिसर में धरना प्रदर्शन करके उल्टा पुलिस कर्मियों को लाइन अटैच करवा दिया । इस सम्पूर्ण वारदात का प्रमाणित वीडियो जो की सूचना के अधिकार मे रॉंझी थाना से मिल रहा है , कल मैं स्वयं पोस्ट करूंगा ।
मेरा प्रश्न रांझी थाना प्रभारी और पुलिस कप्तान जबलपुर से है की क्या पुलिस इतनी कमज़ोर हो गई की जाली दस्तावेज बनाने वाले यूसुफ के दबाव में पुलिस कर्मचारी सस्पेंड किए जावेंगे । रांझी थाना का स्टाफ विधायक कि अन्यायपूर्ण कार्यवाही से घोर निराशा में है , यदी कोई निराश होकर आत्मघाती कदम उठाता है , तो केंट विधायक अशोक रोहाणी जिम्मेदार होंगे ।
युवा क्रांति रांझी की जनता को लेकर निर्दोष पुलिस कर्मियों के समर्थन में शीघ्र जन आंदोलन करेगी । इस मामले की एक लाख कॉपीज बनाकर जबलपुर से लेकर भोपाल और दिल्ली भेजा जाएगा, जिससे केंट विधायक का रोहिंग्या प्रेम केंद्रीय नेतृत्व की
जानकारी में आए , साथ ही केंट विधानसभा की जनता के सामने भी आए ।