BJP’s Durgadas Uike is ahead from Betul by more than one lakh votes.
बैतूल संसदीय क्षेत्र में हरदा जिले की दो, खंडवा जिले की एक और बैतूल जिले की पांच विधानसभा सीट शामिल हैं। इनमें भैंसदेही, घोड़ाडोंगरी, हरसूद और टिमरनी विधानसभा क्षेत्र आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित हैं।
बैतूल संसदीय क्षेत्र में चार चरण की मत गणना के बाद बीजेपी प्रत्याशी दुर्गादास उईके एक लाख तीन हजार 92 वोट से आगे चल रहे हैं। चार चरण में हुई मतों की गिनती में बीजेपी के दुर्गादास उइके को कुल 2 लाख 27 हजार 408 वोट मिले। कांग्रेस प्रत्याशी रामू टेकाम को चार चरण में कुल 1लाख 24 हजार 316 वोट प्राप्त हुए हैं।
आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित बैतूल संसदीय क्षेत्र में पिछले करीब तीन दशक (28 वर्ष) से मतदाता भाजपा के साथ खड़े हैं। आठ विधानसभा क्षेत्र वाली बैतूल लोकसभा सीट में चार विधानसभा क्षेत्र एसटी वर्ग के लिए आरक्षित हैं। महाराष्ट्र की सीमा से सटे इस क्षेत्र को कभी कांग्रेस का गढ़ माना जाता था लेकिन वर्ष 1996 में भाजपा ने जब स्थानीय उम्मीदवार को मैदान में उतारा तो जनता ने उसे विजयी बना दिया। इसके बाद से क्षेत्र में लगातार भाजपा ही परचम लहरा रही है।