अब दमोह जिले के बांदकपुर में स्थित जागेश्वरनाथ धाम को मिलेगी महाकाल-लोक जैसी पहचान

भोपाल
बुंदेलखण्ड के दमोह जिले के बांदकपुर में स्थित जागेश्वरनाथ धाम अब महाकाल-लोक की तर्ज पर विकसित होगा। पर्यटन, संस्कृति, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री श्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की घोषणा अनुसार महाकाल-लोक की तर्ज पर अब दमोह के जागेश्वरनाथ धाम को विकसित करने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में आज पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विधानसभा कक्ष में समीक्षा की गई।

मंत्री श्री लोधी ने कहा कि बांदकपुर स्थित जागेश्वरनाथ धाम में विराजित शिवलिंग वर्षों से लोगों के श्रद्धा और आश्चर्य का केन्द्र बना हुआ है। यह शिवलिंग हर साल बढ़ता जा रहा है। इसके पीछे के कारण अब तक अज्ञात बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि जागेश्वरनाथ धाम में मंदिर परिसर का पुनर्विकास, एकात्म क्षेत्र, ध्यान और योग केन्द्र, उल्लास क्षेत्र तथा प्रवेश और निकास द्वार का निर्माण किया जायेगा। श्रद्धालु जागेश्वरनाथ लोक में भगवान शिव के सभी 12 ज्योतिर्लिंगों की प्रतीकात्मक प्रतिमाओं एवं भगवान भोलेनाथ से जुड़े प्राचीन मंदिरों का चित्रों के माध्यम से दर्शन कर सकेंगे। साथ ही उनसे जुड़ी मान्यताओं एवं इतिहास संबंधी जानकारी भी प्राप्त कर सकेंगे।

मंत्री श्री लोधी ने कार्य-योजना की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को उत्तम इन्फ्रा-स्ट्रक्चर, पार्किंग व्यवस्था, श्रद्धालुओं की सुविधा अनुसार सरल एवं सुगम दर्शन व्यवस्था, लाइट एण्ड साउण्ड-शो की प्लानिंग संबंधी निर्देश दिये।

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने महाकाल-लोक की तर्ज पर दमोह के जागेश्वरनाथ धाम में भी एक लोक को विकसित करने का निर्णय लिया था। यह मध्य प्रदेश के अजूबों में से एक होने के साथ तीर्थ स्थल है। यहां विराजित शिवलिंग सालों से लोगों के लिए आश्चर्य का विषय बना हुआ है। इस तीर्थ स्थल की प्रसिद्धि देश के कोने-कोने में फैली हुई है। इसी के चलते चारों धाम की यात्रा करने वाले श्रद्धालु इस पवित्र तीर्थ पर दर्शन करने जरूर पहुंचते हैं।

आश्चर्य है यहां का शिवलिंग

बांदकपुर स्थित जागेश्वरनाथ धाम में विराजित जागृत शिवलिंग एक स्वयंभू शिवलिंग है। यह वर्षों से लाखों लोगों की श्रद्धा और आश्चर्य का केन्द्र रहा है। आश्चर्य की बात है कि यह रहस्यमयी शिवलिंग हर साल बढ़ता जा रहा है। इसके पीछे के कारण अब तक अज्ञात बने हुए हैं।

यह विकास कार्य किये जाएंगे

लाखों लोगों की आस्था के केंद्र जागेश्वरनाथ धाम में मंदिर परिसर का पुनर्विकास, एकात्म क्षेत्र, ध्यान और योग केन्द्र, उल्लास क्षेत्र तथा प्रवेश और निकास द्वार का निर्माण किया जायेगा। श्रद्धालु जागेश्वरनाथ लोक में भगवान शिव के सभी 12 ज्योतिर्लिंगों की प्रतीकात्मक प्रतिमाओं एवं भगवान भोलेनाथ से जुड़े प्राचीन मंदिरों का चित्रों के माध्यम से दर्शन कर सकेंगे।

सभी ज्योतिर्लिंगों की मिलेगी जानकारी

इसके साथ ही भक्त सभी ज्योतिर्लिंगों से जुड़ी मान्यताओं एवं इतिहास संबंधी जानकारी भी प्राप्त कर सकेंगे। इसके लिए यहां उत्तम इन्फ्रा-स्ट्रक्चर, पार्किंग व्यवस्था, श्रद्धालुओं की सुविधा अनुसार सरल एवं सुगम दर्शन व्यवस्था, लाइट एण्ड साउण्ड-शो की प्लानिंग भी की जा रही है।

 

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