नई दिल्ली
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई ने एक बार फिर से अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड और उनकी टीम का सपोर्ट किया है। बीसीसीआई ने तीन ग्राउंड अफगानिस्तान की टीम को एलॉट कर दिए हैं। इन मैदानों पर अफगानिस्तान की टीम अपने होम ग्राउंड के तौर पर खेल सकती है और अपने इंटरनेशनल मैचों का आयोजन कर सकती है। अफगानिस्तान की टीम सितंबर में ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में न्यूजीलैंड के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मैच खेल सकती है।
अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच ये टेस्ट मैच मेडेन टेस्ट मैच होगा, क्योंकि अभी तक दोनों टीमें रेड बॉल क्रिकेट में आमने-सामने नहीं हुई हैं। अक्तूबर में न्यूजीलैंड को भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलनी है। इस तरह कीवी टीम की तैयारी भी हो जाएगी। वहीं, अगर टीओआई की रिपोर्ट की मानें तो बीसीसीआ ने ग्रेटर नोएडा के इस स्टेडियम के अलावा दो और स्टेडियम अफगानिस्तान टीम को एलॉट किए हैं, जहां वे अपने अंतरराष्ट्रीय मैच खेल सकते हैं।
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया ने 2021 के बाद से अब तक तीन बार अफगानिस्तान के खिलाफ किसी भी तरह की द्विपक्षीय सीरीज खेलने से बॉयकॉट किया हुआ है, क्योंकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया का मानना है कि तालिबानी सरकार ने महिला क्रिकेट पर पाबंदी लगा दी है। हालांकि, उनका पड़ोसी देश न्यूजीलैंड अलग सोचता है और इस पर उनका स्टैंड अलग है। चार साल के बाद बीसीसीआई ने फिर से अफगानिस्तान को अपने मैच भारत में आयोजित करने के लिए हरी झंडी दे दी है।
अफगानिस्तान को जुलाई में ग्रेटर नोएडा में बांग्लादेश के खिलाफ़ एक पूरी सीरीज खेलनी थी, जिसमें कुछ सफेद गेंद के मैच और दो टेस्ट शामिल थे, लेकिन उस समय उत्तर भारत में अत्यधिक गर्मी के कारण उस सीरीज को स्थगित कर दिया गया था। इस प्रकार, अफगानिस्तान मार्च 2020 के बाद पहली बार ग्रेटर नोएडा में खेलेगा। पता चला है कि बीसीसीआई ने अफगानिस्तान को तीन 'होम' स्थल आवंटित किए हैं, जिनमें ग्रेटर नोएडा, कानपुर और लखनऊ शामिल है।