भीलवाड़ा.
एसीबी के एएसपी भागचंद मीणा ने बताया कि भीलवाड़ा-चित्तौडगढ़ हाइवे पर हजारी खेड़ा के निकट परिवहन विभाग की और से वाहन चालकों से अवैध वसूली की एसीबी मुख्यालय को शिकायत मिली थी। इसके चलते महानिदेशक एसीबी के निर्देशानुसार एक टीम भीलवाड़ा बाईपास स्थित हजारी खेड़ा पहुंची, जहां परिवहन विभाग का दस्ता मिला, जिसमें परिवहन निरीक्षक महेश पारीक व पांच संविदाकर्मी शामिल थे और वाहनों की चेकिंग कर रहे थे।
एसीबी ने इस आकस्मिक चेकिंग के तहत इंस्पेक्टर सहित 5 संविदाकर्मियों को अपने साथ लिया। इसके बाद इनकी और वाहन की तलाशी ली गई। तलाशी में राशि मिली है। अब यह मिलान किया जा रहा है कि जो राशि तलाशी में मिली वो चालान की राशि है या इनके द्वारा अवैध रूप से वाहन चालकों से वसूली गई। चालान और मिली राशि के बारे में पड़ताल की जा रही है। साथ ही इंस्पेक्टर व संविदाकर्मियों से भी एसीबी टीम पूछताछ कर रही है। कार्यवाही को अंजाम देने के लिए एसीबी की टीम तीन से चार वाहनों से वहां पहुंची और परिवहन विभाग की टीम की घेराबंदी की। इसके बाद उडऩदस्ता वाहन को कब्जे में लिया और इंस्पेक्टर व 5 संविदाकर्मियों को पुर थाना ले जाया गया, जहां टीम छानबीन कर रही है।
अजमेर एसीबी के एसपी भागचंद मीणा ने बताया कि आकस्मिक चेकिंग में टीम ने भीलवाड़ा मे परिवहन विभाग का उड़नदस्ते के परिवहन निरीक्षक महेश पारीक एवं अन्य कर्मचारी आकस्मिक चेकिंग मे अवैध वसूली करते पकड़ा है। मौके से 1 लाख 47 हजार रुपए से अधिक की संदिग्ध राशि जब्त की है।