अयोध्या
अयोध्या में राम मंदिर के शिखर का निर्माण कार्य अक्टूबर में शुरू हो जाएगा. इसके साथ ही प्रथम तल पर प्रस्तावित राम दरबार के निर्माण को लेकर भी तैयारी पूरी कर ली गई है. जल्द ही राम मंदिर में लोग राम दरबार के दर्शन कर पाएंगे. श्रीराम मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक के पहले दिन इन दोनों ही बातों पर मंथन किया गया.
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर पूरा करने के लिए तेज़ी से कम चल रहा है. हालांकि, मंदिर निर्माण में प्रस्तावित समय से करीब दो महीने का समय अधिक लगेगा. राम मंदिर निर्माण समिति की समीक्षा बैठक में तमाम विषयों पर मंथन किया गया.
मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र और श्रीराम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के साथ तकनीकी विशेषज्ञों की बैठक में निर्माण संबंधी सभी पहलुओं पर चर्चा की गई. बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि मंदिर के शिखर का निर्माण कार्य अक्टूबर में शुरू होगा. निर्माण शुरू होते समय मंदिर निर्माण की सभी एजेंसियों के विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे.
अयोध्या में नागर शैली के मंदिर का निर्माण हो रहा है, इसलिए इसका शिखर भी नागर शैली का होगा. विशिष्ट डिज़ाइन (पिरामिड के आकार) तैयार किया जा रहा है. अक्टूबर में निर्माण शुरू होते समय आईआईटी के विशेषज्ञ, सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टिट्यूट के वैज्ञानिक, रुड़की (CBRI) के विशेषज्ञ, निर्माण एजेंसी लार्सन एंड टुब्रो के विशेषज्ञ और राष्ट्रीय भू-भौतिकीय अनुसंधान संस्थान (NGRI) के विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे. साथ ही राम मंदिर निर्माण समिति के सदस्य भी मौजूद होंगे.
किसी भी मंदिर में शिखर का निर्माण तकनीकी रूप से सबसे मुश्किल होता है. राम मंदिर के निर्माण की विशेषताओं को ध्यान रखते हुए शिखर का निर्माण किया जाएगा. इसके लिए इसकी मज़बूती और ख़ूबसूरती दोनों का ध्यान रखा जाएगा.
होली से पहले बन जाएगा राम दरबार
राम मंदिर आने वालों को जल्द ही राम दरबार के भी दर्शन होंगे. अगले साल होली से पहले प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना हो जाएगी. बैठक में इसको लेकर भी चर्चा हुई.
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने जानकारी दी है कि राम दरबार की डिज़ाइन का काम पूरा हो चुका है. राम दरबार संगमरमर का होगा. राम दरबार अपने पूर्ण रूप में होगा जिसमें राम, सीता, तीनों भाई और हनुमान जी की मूर्ति होगी. मूर्तिकार वासुदेव कामथ ने इसकी डिज़ाइन को अप्रूव कर दिया है, अगले साल होली से पहले राम दरबार स्थापित हो जाएगा.
हालांकि, मंदिर के पूरे भवन के निर्माण का काम पूरा होने में तय समय से दो महीने का समय ज़्यादा लगेगा. मंदिर के परकोटे और सप्त मंडप का काम भी साथ में चल रहा है. मुख्य भवन के अलावा लैंडस्केपिंग का काम भी किया जा रहा है. ग्राउंड फ्लोर का निर्माण पूरा हो गया है, साथ ही प्रथम तल का निर्माण पूरा क़रीब 90 प्रतिशत पूरा हो गया है.