नई दिल्ली
देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) डिजिटल क्रांति की ओर बढ़ रही है। इसके लिए कंपनी ने देश की अग्रणी आईटी कंपनी इंफोसिस से हाथ मिलाया है। ऐसे में एलआईसी के ग्राहक बैंकों की डिजिटल सेवा की तरह एलआईसी में भी डिजिटल सेवा का इस्तेमाल कर सकेंगे। एलआईसी के ग्राहकों को अभी तक कई तरह की सेवाएं इस्तेमाल करने के लिए होम ब्रांच जाना पड़ता है। वहीं इसके उलट बैंक के ग्राहक ऐसी कई सेवाएं देश की किसी भी ब्रांच में जाकर ले सकते हैं। इसके लिए होम ब्रांच जाने की जरूरत नहीं पड़ती।
इंफोसिस देश के कई बैंकों और दूसरे संस्थानों को अपनी सेवाएं मुहैया कराती है। इंफोसिस का SaaS (Software-as-a-Service) सॉफ्टवेयर कई बैंक इस्तेमाल करते हैं। वहीं ऑइल एंड गैस सेक्टर से जुड़ी कई कंपनियां भी इंफोसिस की ओर से तैयार किया गया सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करती हैं। इनके अलावा हेल्थकेयर, लॉजिस्टिक्स और मैन्युफैक्चरिंग समेत कई और सेक्टर में भी इंफोसिस के सॉफ्टवेयर इस्तेमाल किए जाते हैं। एलआईसी ने एक प्रेस रीलीज जारी कर इसके बारे में जानकारी दी है।
एलआईसी के लिए क्या करेगी इंफोसिस?
एलआईसी DIVE (Digital Innovation and Value Enhancement) नाम से एक डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन प्रोग्राम शुरू किया है। एलआईसी का प्लान DIVE प्लेटफॉर्म के इस्तेमाल से अपने कस्टमर, फील्ड फोर्स, पार्टनर और एम्प्लॉई को नया अनुभव देना है। एलआईसी ने अपने इस नए और अत्याधुनिक नेक्स्टजेन डिजिटल प्लेटफॉर्म DIVE के निर्माण के लिए इंफोसिस को नियुक्त किया है। यह डिजिटल प्लेटफॉर्म मॉड्यूलर फ्लेक्सिबल और क्लाउड-नेटिव होगा।
मिलेंगी ये सुविधाएं
यह प्लेटफॉर्म एलआईसी के लिए कस्टमर एंड सेल्स सुपर ऐप, पोर्टल और डिजिटल ब्रांच जैसे हाई वैल्यू वाले बिजनस एप्लिकेशंस के निर्माण की नींव रखेगा।
कस्टमर को इंटीग्रेटेड एंड-टू-एंड डिजिटल इंश्योरेंस समेत कई तरह की सेवाएं मिलेंगी।
इस प्लेटफॉर्म के जरिए ब्रांच एम्प्लॉई के लिए डिजिटल फ्रंट-एंड प्लेटफॉर्म की सुविधा मिलेगी।
नई टेक्नॉलजी इस्तेमाल करने पर जोर
इस बारे में एलआईसी के सीईओ और एमडी सिद्धार्थ मोहंती ने कहा कि उनका लक्ष्य एलआईसी को जीवन बीमा समाधान प्रदान करने वाली ऐसी संस्था में बदलना है जो टेक्नॉलजी के इस्तेमाल पर जोर देती है। उन्होंने कहा कि ग्राहकों समेत अन्य को विश्व स्तरीय डिजिटल सुविधाएं देने के लिए एलआईसी ने इंफोसिस के साथ साझेदारी की है। उन्होंने कहा कि टेक्नॉलजी हमें अपने ग्राहकों के बारे में बेहतर जानकारी प्राप्त करने और देश के एडवांस डिजिटल इको-सिस्टम का लाभ उठाकर बेहतर सेवा देने में मदद कर सकती है।