झुंझुनू.
स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे देश के उपराष्ट्रपति के नाम झुंझुनू जागृति मंच ने एक ज्ञापन दिया है। इस ज्ञापन में ये कहा गया है कि झुंझुनू आयुक्त एक लाख की रिश्वत लेते हुए एसीबी में ट्रैप की गई थी, लेकिन फिर भी भजनलाल सरकार ने उन्हें फील्ड पोस्टिंग दे दी। ये सब भाजपा कि जीरो टॉलरेंस की खोखली बातें है।
जागृति मंच के सचिव अशोक मोदी ने बताया कि भाजपा कांग्रेस दोनों की पहली पसंद के चलते आयुक्त पद पर आसीन है। यह क्यों न माना जाए के आयुक्त दोनों की ही कमाउ पूत है। भाजपा सरकार कहती है हम जीरो टॉलरेंस में काम करते हैं। भ्रष्टाचार नहीं होने देंगे जो करेगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। क्यों जनता को गुमराह करती है इसलिए, आयुक्त अनिता खीचड़ को ही परमानेंट झुंझुनू रखा जाए। हालांकि ज्ञापन के माध्यम से मंच ने आयुक्त पर भ्रष्टाचार अनिमियता तथा भू माफिया गिरोह से सांठगांठ के साथ ही अवैध निर्माणकर्ताओं को बढ़ावा देने वाला बताया है।
अशोक मोदी ने जानकारी देते हुए बताया कि झुंझुनू नगर परिषद में आयुक्त पद पर अनिता खीचड़ ने सातवीं बार पद संभाला है। कांग्रेस राज में हजारों शिकायतों के बावजूद यहीं रही और अब भाजपा शासन में भी भ्रष्टाचार की तमाम सीमाएं लांघते हुए अवैध निर्माण कार्यो को गति दी जा रही है। मंच सचिव व अध्य्क्ष ने जिला प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत तथा स्वायत्त शासन विभाग के उप निदेशक विनोद पुरोहित को ज्ञापन सौंपते हुए आयुक्त पद पर इन्हें ही यथावत रखे जाने का अनुरोध किया है।