सुप्रीम कोर्ट पंहुचा तिरुपति लड्डू का मामला, धार्मिक अधिकार की रक्षा की गुहार, YSR कांग्रेस भी पहुंची HC

नई दिल्ली
प्रसिद्ध तिरुपति के लड्डू बनाने में कथित तौर पर जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किए जाने का मामला अब सुप्रीमकोर्ट पहुंच गया है। याचिकाकर्ता के वकील ने आरोप लगाया कि यह मामला मौलिक हिंदू धार्मिक रीति रिवाजों का उल्लंघन करता है और ऐसे करोड़ों भक्तों की आस्था को चोट पहुंचाता है जो प्रसाद को प्रसाद की तरफ पवित्र मानते हैं। याचिकाकर्ता ने अपनी बात रखते हुए कहा कि प्रसाद के लड्डूओं में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल हो रहा था, इससे साफ है कि मंदिर प्रशासन का इसमें दोष हैं। यह पूरा मामला आंन्ध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के बुधवार को दिए उस बयान के बाद शुरु हुआ था, जिसमें उन्होंने कहा था कि वाईएसआर कांग्रेस की पिछली सरकार के समय में तिरूपति में दिए जाने वाले प्रसाद के लड्डूओं में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल होता है। राज्य सरकार ने गुजरात की एक लैब की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि लड्डूओं को बनाने में इस्तेमाल होने वाले घी में बीफ और मछली का तेल और सुअर की चर्बी के अंश मिले हैं।

वाईएसआर कांग्रेस आंध्र हाइकोर्ट पहुंची
चंद्रबाबू नायडू के लगाए आरोपो को लेकर वाईएसआर कांग्रेस शुक्रवार को आंध्र प्रदेश हाइकोर्ट पहुंची। पार्टी ने कोर्ट से टीडीपी के तिरूपति के लड़्डूओं में चर्बी वाले आरोपो पर निगरानी रखने के लिए कहा। पार्टी के वकील ने माननीय कोर्ट से आग्रह किया कि मुख्यमंत्री ने जो आरोप लगाए है वह बहुत ही गंभीर है। इसलिए कोई मौजूदा न्यायाधीश या फिर हाईकोर्ट द्वारा कोई नियुक्त समिति इन दावों की जांच करे। इस पर हाईकोर्ट ने कहा कि बुधवार तक एक जनहित याचिका दायर कीजिए जिसके बाद कोर्ट इस पर सुनवाई करेगा।

कांग्रेस बोली- अगर दावे झूठे हुए तो लोग माफ नहीं करेंगे
चंद्रबाबू नायडू के लगाए आरोपों पर कांग्रेस ने कहा कि अगर दावे गलत या प्रेरित निकले तो लाखों हिंदू श्रद्धालु उनकी आस्था से खिलवाड़ करने वालों को माफ नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर बेअदबी के दावे सही हैं तो इसकी जांच होनी चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने एक्स पर कहा कि अगर अगर तिरूपति लड्डू के अपमान के दावे सही हैं, तो निश्चित रूप से, एक पूर्ण जांच करके दोषियों की पहचान की जानी चाहिए और सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए लेकिन अगर दावे ग़लत या प्रेरित हैं तो तिरूपति के लाखों भक्त अपनी आस्था से खिलवाड़ करने वालों को माफ़ नहीं करेंगे। लेकिन तब तक यह मामला चुनावी मौसम में ध्रवीकरण के हवा में उड़ने देना भाजपा के लिए सही है।

पवन कल्याण ने किया सनातन धर्म रक्षण बोर्ड की स्थापना का आह्वान
तिरूपति लड्डू विवाद के बीच आंद्र प्रदेश के मुख्यमंत्री पवन कल्याण ने 'सनातन धर्म रक्षण बोर्ड' स्थापित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आंध्र सरकार घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि तिरुपति बालाजी प्रसाद में जानवरों की चर्बी की मिलावट एक बड़ा मुद्दा है और हम सभी इससे बहुत परेशान है।

admin

Related Posts

पाकिस्तान में हाल के दिनों में चीनी नागरिकों पर कई घातक हमले हुए, अब अपनों की सुरक्षा खुद करेंगे

इस्लामाबाद चीन ने पाकिस्तान में काम कर रहे अपने हजारों नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपने स्वयं के सुरक्षा कर्मियों की तैनाती का प्रस्ताव रखा है। पाकिस्तान में…

इस देश में कोई माई लाल पैदा नहीं हुआ है जो किसान में विभाजन कर सके: उपराष्ट्रपति

पुष्कर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 105 वें राष्ट्रीय जाट अधिवेशन में अपने सम्बोधन में किसान समुदाय को बाँटने की साजिश करने के प्रयासों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि,…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

धर्म

15 नवंबर 2024 शुक्रवार को इन राशियों में दिखेगा लाभ

15 नवंबर 2024 शुक्रवार  को इन राशियों में दिखेगा लाभ

15 नवंबर को शनि मार्गी होते ही किन राशियों की बढ़ा देंगे मुश्किलें

15 नवंबर को शनि मार्गी होते ही किन राशियों की बढ़ा देंगे मुश्किलें

14 नवंबर 2024 गुरुवार को इन राशियों में दिखेगा लाभ

14 नवंबर 2024 गुरुवार को इन राशियों में दिखेगा लाभ

सिद्ध पीठों में प्रमुख है हरिद्वार का मनसा देवी मंदिर

सिद्ध पीठों में प्रमुख है हरिद्वार का मनसा देवी मंदिर

कार्तिक पूर्णिमा पर बन रहे शुभ योग, स्नान और दीपदान का है विशेष महत्व

कार्तिक पूर्णिमा पर बन रहे शुभ योग,  स्नान और दीपदान का है विशेष महत्व

13 नवंबर 2024 बुधवार को इन राशियों में दिखेगा लाभ

13 नवंबर 2024 बुधवार  को इन राशियों में दिखेगा लाभ