चित्तौड़गढ़.
शहर के नजदीक स्थित सेगवा गांव में घायल मिले इंडियन ईगल ऑउल (उल्लू) का रविवार को ऑपरेशन किया गया। दुर्लभ प्रजाति के इस उल्लू का एक पंख विद्युत तार में आने के कारण टूट गया था। पशु चिकित्सकों ने इसका ऑपरेशन कर दिया है, अब पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद इसे वन विभाग को सुपुर्द कर दिया जाएगा।
जानकारी में सामने आया कि यह इंडियन ईगल ऑउल (उल्लू) निकटवर्ती सेगवा गांव में आया था। यहां रहने वाले नगेंद्र मोड़ ने इसे देखा था। उल्लू फड़फड़ा रहा था लेकिन उड़ नहीं पा रहा था। इस पर मोड़ इसे अपने घर ले आया, जिससे कि कोई दूसरे जीव इस पर झपटा नहीं मार दे। पहले तो सोचा कि बीमारी के कारण नहीं उड़ रहा या रात को यह उल्लू उड़ जाएगा लेकिन जब यह सुबह भी नहीं उड़ा तो नगेंद्र मोड़ ने इसकी जानकारी वन्य जीव प्रेमी मनीष तिवारी को दी और इस उल्लू को वन विभाग लेकर आ गए। यहां इस उल्लू को वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ. धर्मेंद्र सोन को दिखाया। उल्लू के स्वास्थ्य की पूरी जांच करने पर पता चला कि उसका एक पंख टूटा हुआ है। ऐसे में इसका ऑपरेशन किया गया। डॉ. सोन ने बताया कि अभी कुछ दिनों तक इस उल्लू को चिकित्सीय निरीक्षण में रखना होगा, उसके उपरांत पूर्ण स्वस्थ होने पर इसे इसके नैसर्गिक आवास में छोड़ दिया जाएगा। आशंका जताई जा रही है कि यह उल्लू विद्युत लाइन में फंस गया होगा, जिससे इसका पंख टूट गया और यह उड़ने में असमर्थ हो गया।