यहाँ भी मनाया जाता है दीपों का त्योहार, दिवाली जैसा होता है उत्सव

दिवाली भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस बार ये त्योहार 31 अक्तूबर/ 1 नवंबर को मनाया जा रहा है। पांच दिवसीय दीपोत्सव की जगमगाहट धनतेरस से ही शुरू हो जाती है। हर जगह दिवाली की तैयारी शुरू हो गई है। लोग घरों में साफ-सफाई, शॉपिंग में जुट गए हैं। रोशनी और आतिशबाजी वाले इस त्योहार को लेकर लोगों में एक अलग ही उत्साह देखने को मिलता है। भारत के कोने-कोने में ये त्योहार धूमधाम से सेलिब्रेट किया जाता है। बच्चों से लेकर बड़े-बूढ़े इस त्योहार के इंतजार में रहते हैं।

भारत में तो ये त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं भारत के अलावा भी कई अन्य देशों में दिवाली मनाई जाती है। इस लेख में दुनिया के उन देशों के बारे में बताया जा रहा है, जहां दीपोत्सव मनाया जाता है।

नेपाल की दिवाली
भारत के पड़ोसी देश नेपाल में भी दीपों का उत्सव यानी दिवाली मनाई जाती है। नेपाल में इस त्योहार को 'स्वान्ति' कहा जाता है। भारत की तरह नेपाल में भी 5 दिनों का पर्व मनाया जाता है। पहले दिन लोग कौवे को और दूसरे दिन कुत्ते को भोजन कराते हैं। तीसरे दिन माता लक्ष्मी की पूजा होती है और इसी दिन से नेपाल संवत की भी शुरुआत होती है। चौथे दिन को नए साल की तरह सेलिब्रेट किया जाता है और पांचवें दिन भाई टीका होता है, जो भाई दूज की तरह मनाया जाता है।

मलेशिया और सिंगापुर की दिवाली
मलेशिया और सिंगापुर जैसे देशों में भी दिवाली सेलिब्रेट की जाती है। इस मौके पर सिंगापुर में सरकारी छुट्टी रहती है और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है। मलेशिया की दिवाली भी काफी मशहूर है। मलेशिया में हिंदू सूर्य कैलेंडर के सातवें महीने में दिवाली का त्योहार मनाया जाता है।

श्रीलंका में दिवाली
भगवान श्री राम द्वारा रावण के वध के बाद उनके भाई विभीषण लंका के राजा बने। विभीषण ने बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक में दीपोत्सव का आदेश दिया था। इसके बाद से ही श्रीलंका में अमावस्या के दिन दीपक जलाकर इस त्योहार को मनाने की परंपरा शुरू हो गई और आज भी यहां दिवाली मनाई जाती है।

स्कॉटलैंड
स्कॉटलैंड में हर साल प्रकाशोत्सव मनाया जाता है, जिसे 'अप हेली आ' के नाम से जाना जाता है। यह असल में दिवाली का ही स्वरूप है, जिसमें यहां के लोग प्राचीन समुद्री योद्धाओं जैसे कपड़े पहनकर हाथ में मशाल लेकर जुलूस निकालते हैं। इस दौरान पूरा शहर रोशनी से घिर जाता है।

जापान की दिवाली
हर साल जनवरी महीने में शुरू होने वाला 'ओनियो फायर फेस्टिवल' जापान का सबसे पुराना त्योहार है। इस फेस्टिवल को दिवाली की तरह मनाया जाता है, जिसमें शहरों को रोशनी से जगमगा दिया जाता है। इस दौरान छह मशालें जलाई जाती हैं जो आपदा को खत्म करने का प्रतीक है। जापानी इस दिन सफेद कपड़े पहनकर टॉर्च घुमाते हुए हैरतअंगेज करतब दिखाते हैं।

कनाडा में दिवाली
कनाडा में हर साल 5 नवंबर को गाइ फॉक्स नाइट यानी बोनफायर नाइट नाइट सेलिब्रेट करते हैं जिसे 'न्यूफाउंडलैंड ट्रेडिशन'  नाम से भी जाना जाता है। ये बिल्कुल दिवाली की तरह ही मनाया जाता है। इस दिन यहां खूब आतिशबाजी होती है और लोग खूब नाचते-गाते हैं।

admin

Related Posts

पाकिस्तान में हाल के दिनों में चीनी नागरिकों पर कई घातक हमले हुए, अब अपनों की सुरक्षा खुद करेंगे

इस्लामाबाद चीन ने पाकिस्तान में काम कर रहे अपने हजारों नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपने स्वयं के सुरक्षा कर्मियों की तैनाती का प्रस्ताव रखा है। पाकिस्तान में…

इस देश में कोई माई लाल पैदा नहीं हुआ है जो किसान में विभाजन कर सके: उपराष्ट्रपति

पुष्कर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 105 वें राष्ट्रीय जाट अधिवेशन में अपने सम्बोधन में किसान समुदाय को बाँटने की साजिश करने के प्रयासों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि,…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

धर्म

15 नवंबर को शनि मार्गी होते ही किन राशियों की बढ़ा देंगे मुश्किलें

15 नवंबर को शनि मार्गी होते ही किन राशियों की बढ़ा देंगे मुश्किलें

14 नवंबर 2024 गुरुवार को इन राशियों में दिखेगा लाभ

14 नवंबर 2024 गुरुवार को इन राशियों में दिखेगा लाभ

सिद्ध पीठों में प्रमुख है हरिद्वार का मनसा देवी मंदिर

सिद्ध पीठों में प्रमुख है हरिद्वार का मनसा देवी मंदिर

कार्तिक पूर्णिमा पर बन रहे शुभ योग, स्नान और दीपदान का है विशेष महत्व

कार्तिक पूर्णिमा पर बन रहे शुभ योग,  स्नान और दीपदान का है विशेष महत्व

13 नवंबर 2024 बुधवार को इन राशियों में दिखेगा लाभ

13 नवंबर 2024 बुधवार  को इन राशियों में दिखेगा लाभ

आज से चमक इन राशियों की किस्मत

आज से चमक इन राशियों की किस्मत