संभल
संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। वहीं, इलाके में बाहरी लोगों के आने पर भी रोक लगा दी गई है। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
सपा सांसद और विधायक के बेटे पर मुकदमा दर्ज
संभल जिले में हिंसा मामले में दो थानों में मुकदमे दर्ज किए गए हैं। संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है। सांसद के अलावा स्थानीय सपा विधायक इकबाल महमूद के बेटे पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों पर ही दंगाइयों को भड़काने का आरोप लगा है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है।
कर्फ्यू जैसे हालात
संभल शहर में फिलहाल अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल है। सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और संयम बनाए रखने की अपील की जा रही है। फिलहाल, इलाके में प्रशासन ने फ्लैग मार्च निकाला है। सोमावर की सुबह इलाके में तनावपूर्ण शांति है। हिंसा के बाद अभी तक कोई घटना सामने नहीं आई। पूरे मुरादाबाद रेंज के 30 थानों की पुलिस को संभल के हिंसाग्रस्त इलाके में तैनात किया है।
बाहरी व्यक्तियों पर रोक, सख्त कार्रवाई की तैयारी
उधर, डीएम राजेंद्र पैंसिया ने एक दिसंबर तक जिले में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि हिंसा में शामिल आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की जाएगी।
डीआईजी की अपील और गिरफ्तारियां
डीआईजी मुनिराज जी ने बताया कि हिंसा के आरोप में अब तक 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इसके अलावा, 400 से अधिक अज्ञात और नामजद लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने सभी नागरिकों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की।
शहर में सन्नाटा, घरों पर लटके ताले
हिंसा के बाद शहर में बाजार और दुकानें पूरी तरह बंद हैं। प्रभावित इलाकों में ज्यादातर घरों के बाहर ताले लगे हुए हैं। पुलिस गश्त तेज कर दी गई है, और गली-मोहल्लों में केवल पुलिसकर्मी नजर आ रहे हैं। 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। इंटरनेट पर पाबंदी के समय में बढ़ोतरी की जा सकती है। जिला प्रशासन के निर्देश पर आज स्कूलों में छुट्टी है। हालात तनावपूर्ण रहने पर स्कूलों की छुट्टी भी बढ़ाई जा सकती है।
घटना में पांच की मौत, कई पुलिसकर्मी घायल
रविवार को भड़की हिंसा में पांच युवकों की मौत हो गई। सीओ अनुज चौधरी और एसपी के पीआरओ को गोली लगी है। एसपी समेत कुल 22 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। मृतकों को देर रात सुपुर्दे-खाक करने की सूचना है।
संभल हिंसा में पांच की मौत
संभल शहर की जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताते हुए दाखिल वाद के आधार पर सर्वे के लिए कोर्ट कमिश्नर की टीम पहुंची तो संभल में बवाल हो गया। रविवार सुबह अचानक टीम के आने पर जुटी भीड़ मस्जिद में दाखिल होने कोशिश करने लगी। रोकने पर पुलिस पर पथराव कर दिया। हिंसक हुई भीड़ ने सीओ की गाड़ी समेत कई वाहनों में तोड़फोड़ कर दी और आग लगा दी। इसी बीच फायरिंग भी शुरू हो गई। पुलिस ने आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा। बवाल में घिरकर पांच लोगों की मौत हो गई। कई अधिकारियों समेत दर्जनों लोग घायल हुए हैं।
पुलिस ने आंसू गैस के गोले और लाठियां चलाईं
सर्वे टीम कोर्ट कमिश्नर चंदौसी के वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश सिंह राघव की अगुवाई में आई थी। संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पैसिया और एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई भी टीम के साथ थे। बाहर हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले और लाठियां चलाकर हिंसक लोगों को दौड़ाया और सर्वे टीम को सुरक्षित मस्जिद से बाहर निकाला। कुछ देर में भीड़ फिर जुट गई और पथराव शुरू कर दिया। फायरिंग भी की गई। मौके पर पहुंची अन्य जिलों की पुलिस और पीएसी के साथ अधिकारियों ने उपद्रव करती भीड़ से मोर्चा लिया। इसके बावजूद करीब डेढ़ घंटे हालात बेकाबू रहे। जैसे-तैसे भीड़ को तितर-बितर कर पुलिस आगे बढ़ी। पूरे इलाके की नाकेबंदी कर दी। इस बीच पूरे शहर में तनाव गहरा गया। शाम होने तक सख्ती इतनी बढ़ा दी गई कि शहर में अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल हो गया।
इनकी गई जान
मोहल्ला कोट तवेला निवासी नईम (35)
फतेहऊनला सराय निवासी विलाल (22)
इनके अलावा संभल के हयातनगर निवासी रोमान (40)
तुर्तीपुर इला निवासी कैफ (19)
कोट गर्दी निवासी अयान (19) की भी मौत हुई है।
पथराव की घटना पर संभल एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई का कहना है, "करीब 2500 लोगों के खिलाफ कुल सात एफआईआर दर्ज की गई हैं। सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों की मदद से सभी लोगों की पहचान की जाएगी। सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। बता दें कि 19 नवंबर को संभल की जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताते हुए हिंदू पक्ष कोर्ट पहुंच गया था। चंदौसी स्थित सिविल जज सीनियर डिवीजन आदित्य कुमार सिंह की अदालत में वाद दाखिल किया था। जिसपर कोर्ट ने कमीशन गठित कर रिपोर्ट मांगी है। कोर्ट कमिश्नर रमेश सिंह राघव के नेतृत्व में टीम ने 19 नवंबर की शाम को ही सर्वे की की शुरुआत कर दी थी। रविवार को टीम सर्वे की प्रक्रिया आगे बढ़ाने के लिए दोबारा मस्जिद पहुंची थी। इस मामले में कोर्ट में अगली सुनवाई 29 नवंबर को होगी।
यह है विवाद
हिंदू पक्ष ने संभल के चंदौसी स्थित सिविल जज सीनियर डिवीजन की कोर्ट में संभल की जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताते हुए दावा पेश किया है। हिंदू पक्ष का कहना है कि मंदिर पृथ्वीराज चौहान के शासन से पहले बना था, जबकि मस्जिद मुगलकाल में मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। वहीं मुस्लिम पक्ष का कहना है कि मस्जिद टीले पर बनी है। किसी मंदिर को तोड़कर नहीं बनाई गई है। 19 नवंबर को हिंदू पक्ष द्वारा दावा पेश करने के दिन ही न्यायालय ने कोर्ट कमिश्नर नियुक्त कर दिया। उसी दिन कोर्ट कमिश्नर ने मस्जिद पहुंचकर सर्वे भी किया था। करीब दो घंटे तक वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई थी। कोर्ट कमिश्नर 29 नवंबर को न्यायालय में रिपोर्ट पेश करेंगे। सर्वे के बाद से जामा मस्जिद के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। जुमे की नमाज के दौरान शहर को छावनी में तब्दील कर दिया था, जिससे शांतिपूर्वक नमाज अदा हुई। रविवार की सुबह कोर्ट कमिश्नर दोबारा सर्वे करने पहुंचे तो बवाल शुरू हो गया।