भोपाल
केन्द्रीय लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में रविवार को इंदौर में विश्व एड्स दिवस का राष्ट्रीय आयोजन हुआ। केन्द्रीय मंत्री नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एड्स के खिलाफ भारत में एकजुट होकर लड़ाई लड़ी जा रही है। इसमें आशातीत सफलता भी मिल रही है। देश में एचआईवी/एड्स नियंत्रण के लिये संकल्पबद्ध होकर तेजी से प्रयास किये जा रहे है। इसके सार्थक परिणाम भी मिल रहे है। एचआईवी/एड्स प्रभावितों के अधिकारों की रक्षा की जा रही है। उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जा रहा है। केन्द्र सरकार द्वारा 2017 से एचआईवी/एड्स नियंत्रण के लिये तेजी से प्रयास शुरू किये गये हैं।
केन्द्रीय मंत्री नड्डा ने कहा कि सतत् विकास लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये सभी का सहयोग जरूरी है। एचआईवी से प्रभावित व्यक्तियों को मौलिक अधिकारों के साथ उन्हें मानव अधिकार भी प्राप्त हो। उनके साथ किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए। हमें उनके अधिकारों का सम्मान करते हुए उन्हें भी वहीं मान-सम्मान देना चाहिए, जो अन्य सामान्य व्यक्ति को हम देते हैं, जिससे वे सामान्य जीवन जी सकें। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा एचआईवी/एड्स से प्रभावित लोगों की संख्या में कमी लाने और मृत्यु की संख्या को कम करने के लिये सतत विकास लक्ष्य निर्धारित किये है। यह लक्ष्य वर्ष 2030 तक पूर्ण कर लिया जायेगा। केन्द्रीय मंत्री नड्डा ने समाज के सभी वर्गों का आहवान किया कि वे इस दिशा में लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये पुन: संकल्प बद्ध होकर नई ऊर्जा और नई स्फूर्ति से जुट जाये।
केन्द्रीय मंत्री नड्डा ने कहा कि एचआईवी और एड्स (रोकथाम और नियंत्रण) अधिनियम-2017 लागू किया गया। इस अधिनियम के माध्यम से एचआईवी/एड्स के प्रसार को रोकने और नियंत्रित करने में मदद मिल रही है। इस अधिनियम से एचआईवी/एड्स से संक्रमित और प्रभावित व्यक्तियों के कानूनी और मानवाधिकारों को सुदृढ़ बनाया गया है। यह अधिनियम स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के अधिकारों की रक्षा करने का भी प्रयास है। उन्होंने कहा कि एचआईवी/एड्स से प्रभावित व्यक्तियों का नि:शुल्क इलाज किया जा रहा है। भारत ने स्वास्थ्य सेवाओं, इलाज, चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में विश्व में नयी पहचान कायम की है। कोरोना प्रबंधन हो या अनेक संक्रामक बीमारियों के इलाज के लिये टीकों और दवाईयों की खोज हो, देश का विश्व में अग्रणी स्थान बना है। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं और चिकित्सा शिक्षा के विस्तार की दिशा में मध्यप्रदेश की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रदेश देश में इस क्षेत्र में अग्रणी है। मध्यप्रदेश में तेजी से नए मेडिकल कॉलेज खोले गये है।
आयुष्मान भारत योजना के क्रियान्वयन और स्वास्थ्य सेवाओं में मध्यप्रदेश देश में अव्वल
केन्द्रीय मंत्री नड्डा ने कहा कि मध्यप्रदेश चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार में देश में सबसे आगे है और सबसे तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसके लिये उन्होंने मध्यप्रदेश की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में तेजी से नये मेडिकल कॉलेज खोले गये है, आगे भी नए मेडिकल कॉलेज खोले जायेंगे। भोपाल में एम्स की स्थापना भी की गई है। मेडिकल कॉलेजों में सीटों की संख्या बढ़ाई गई है। आयुष्मान भारत योजना के क्रियान्वयन में भी मध्यप्रदेश देश में अव्वल है।
"टेक द राइट्स पाथ" के अनुरूप कार्य कर वर्ष 2028 तक वैश्विक लक्ष्य को प्राप्त करेंगे : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विश्व एड्स दिवस के अवसर पर इंदौर में यह कार्यक्रम आयोजित करने के लिये केन्द्रीय मंत्री नड्डा के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से समुदायों, युवाओं, लाभार्थियों और विभिन्न संगठनों को एक साथ लाकर वर्ष 2030 तक एचआईवी/एड्स को समाप्त करने के वैश्विक लक्ष्य को प्राप्त करने, चुनौतियों का समाधान करने में मददगार होगा। हमारा प्रयास होगा की यूएन की थीम, "टेक द राइट्स पाथ" के अनुरूप कार्य कर वर्ष 2028 तक वैश्विक लक्ष्य को प्राप्त किया जाये। ऐसे कार्यक्रमों से समाज में जागरूकता आयेगी। एचआईवी/एड्स की जंग में संघर्ष करने में मदद मिलेगी। समाज को साथ में लाकर एचआईवी/एड्स के खिलाफ जंग में जागरूकता लाई जायेगी।
प्रदेश में तेजी से स्थापित हो रहे हैं नए मेडिकल कॉलेज
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जिस तरह भारत में सदी के सबसे भयावह दौर कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कोविड से जंग लड़ी गई और सफलता हासिल की गई, उसे देखकर लगता है कि हम एचआईवी/एड्स के खिलाफ जंग में भी विजय हासिल करेंगे। उन्होंने मेडिकल कॉलेज खोलने की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिये प्रधानमंत्री मोदी और केन्द्र सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सरलीकृत व्यवस्था से प्रदेश में मेडिकल कॉलेज खोलने के कार्य को नयी गति मिली है। अब प्रदेश में तेजी से नए मेडिकल कॉलेज स्थापित हो रहे है। चिकित्सा शिक्षा के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार भी तेजी से किया जा रहा है। प्रदेश में एलोपेथिक के साथ ही अन्य चिकित्सा पद्धतियों से उपचार को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।