रायपुर
रायपुर में गैंती गैंग ने 25 घरों से सवा करोड़ की चोरी की है। 11 में से 3 लोग चोर थे, जो गैंती (कुदारी) के सहारे ताला तोड़कर घरों में घुसते थे। आरोपियों ने सेम पैटर्न में सभी चोरियों को अंजाम दिया है। पुलिस ने गैंती गैंग से अब तक करीब 85 लाख रुपए का सो
.फिलहाल 11 आरोपी पुलिस रिमांड में हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि गहने-जेवरात चुराकर फाइनेंस कंपनियों में गिरवी रख दिए थे। गैंग में 5 व्यक्ति चोरी के माल को खपाने के लिए मीडिएटर की भूमिका निभाते थे। माल को गलाने के लिए सुनार के पास लेकर जाते थे। पुलिस ने 3 ज्वेलरी शॉप के मालिकों को भी गिरफ्तार किया है।
विस्तार से पढ़िए पूरा मामला
दरअसल, रायपुर में बीते 5-6 महीनों में करीब 25 घरों में सवा करोड़ रुपए की चोरी हुई। सिलसिलेवार इन चोरियों ने पुलिस के नाक में दम कर दिया था। रायपुर IG अमरेश मिश्रा और SSP संतोष सिंह ने केस एंटी क्राइम यूनिट को सौंपा।
एंटी क्राइम यूनिट की पुलिस टीम ने मार्च-24 से सितंबर 24 में यानी 7 महीनों में रायपुर के मुजगहन, विधानसभा, तिल्दा नेवरा और मंदिरहसौद जैसे आउटर थानों में हुई चोरी की वारदातों की जांच शुरू की। इन इलाकों के आवासीय कॉलोनी में सिलसिलेवार तरीके से चोरी हुई थी।
सभी घरों में लाल गैंती (कुदारी) से टूटा था ताला
पुलिस की जांच पड़ताल में सामने आया कि घरों में जो ताले तोड़े गए हैं, उसमें लाल रंग के पेंट के निशान दिख रहे हैं, जो तोड़ते समय ताले पर चिपक गए थे। पुलिस को पहला शक हुआ कि यह सभी चोरियां किसी एक ही गैंग ने की है।
इसके बाद आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी फुटेज में भी कुछ आरोपी नजर आए। आरोपियों के हाथ में लाल रंग की गैती दिखी। चेहरे मिलते ही पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी।
रायपुर में लिया था किराए का घर
पुलिस को तकनीकी एनालिसिस और CCTV के आधार पर पता चला कि आरोपियों ने रायपुर में ही एक किराए के घर में अपना ठिकाना बना रखा है। जहां रेड मारा गया, जिसके बाद पुलिस ने बिलासपुर निवासी सृजन शर्मा को अरेस्ट किया।
आरोपी सृजन एक शातिर चोर है और इस गिरोह का सरगना है। उसके खिलाफ चोरी के 12 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। वह जेल भी जा चुका है। मध्यप्रदेश और ओडिशा के चोर गिरोहों की तरह उसने छत्तीसगढ़ के अपराधी किस्म के लड़कों को इकट्ठा कर अपना गिरोह बनाया।
चालाकी से चोरी करने की ट्रेनिंग
आरोपी सृजन मुंगेली निवासी शफीक मोहम्मद और उमेश उपाध्याय के साथ मिलकर घरों में घुसता था। उसने दोनों को ताले तोड़ने और चालाकी से चोरी करने की ट्रेनिंग भी दे रखी थी। पुलिस ने शफीक और उमेश को भी अलग-अलग ठिकानों से गिरफ्तार किया है।
आरोपियों ने बताया घर चुनने का पैटर्न
पुलिस ने जब आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ की। तो पता चला कि आरोपियों ने 25 घरों में चोरी करने से पहले कहीं पर भी रेकी नहीं की थी। उन्होंने बिना रेकी किए ही इन पूरी वारदातों को किया है। तीनों आरोपी आउटर इलाके के कॉलोनियों में बाइक से पहुंचते थे।
गाड़ी दूर में खड़ी करके वह गैती लेकर एक-एक घर को छानते थे, जिस घर पर ताला लटका होता था। वहां फौरन गैंती से ताला तोड़कर अंदर घुसते थे। उन्हें अंदाजा भी नहीं रहता था कि ये किसका घर है और अंदर कितना माल हो सकता है।
अलमारियों से उड़ाए लाखों रुपए के गहने-जेवरात
आरोपी सृजन ने शफीक और उमेश के साथ मिलकर घरों के आलमारी और लॉकर में रखें सोने चांदी के गहने और कैश की चोरियां की। इन्होंने सबसे बड़ा हाथ विधानसभा थाने इलाके के एक घर पर 10 लाख रुपए का मारा था। विधानसभा थाना क्षेत्र में आरोपियों ने 9 चोरी की।
वहीं मुजगहन थाना क्षेत्र में 12 चोरियां की। इसके अलावा मंदिर हसौद और तिल्दा-नेवरा थाना क्षेत्र के कॉलोनी में दो-दो घरों में वारदात की।
लाखों का सोना रखा है गिरवी
इससे पहले पुलिस ने आरोपियों से 316 ग्राम सोना, करीब 3 किलो चांदी, 5 मोबाइल फोन और दो बाइक बरामद की थी। वहीं चोरी हुए माल की कुल कीमत करीब 1 करोड़ 20 लाख रुपए है, जो अलग-अलग फाइनेंस कंपनियों में गिरवी है। पुलिस कोर्ट के आदेश के बाद बरामदगी की कार्रवाई कर रही है।